भुज । युगप्रधान शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी के पावन सानिध्य में तेरापंथ महासभा का विशेष उपक्रम बेटी तेरापंथ की के अंतर्गत “संस्कारी बेटी तेरापंथ की” विशेष कार्यक्रम तेरापंथ भवन भुज में आयोजित हुआ। मुनिश्री पुलकित कुमारजी ने इस अवसर पर कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ में महिला जागृति तथा संस्कार संवर्धन के संदर्भ में आचार्य श्री भारमलजी स्वामी ,श्रीमद् जयाचार्य, पूज्य कालूगणि तथा आचार्यश्री तुलसी आदि आचार्यों ने तेरापंथ की बेटी संस्कारवान कैसे बने तथा जिस परिवार की बहू बने वहां भी धार्मिक वातावरण संस्कारी वातावरण बनाए रखें इसके लिए विशेष श्रम किया है । बेटी संस्कारवान बनती है तो दो कुलों को रोशन करती हैं । कच्छ भुज में तेरापंथ की बेटियों का सक्रिय संगठन एवं माहौल सन 2013 के आचार्यश्री महाश्रमणजी के कच्छ प्रवास के दौरान बना था। तेरापंथ की बेटियां आज भी गुरुवर के प्रति भक्तिवान बनकर उनके दिशानिर्देश को पालन करने के लिए सदा तत्पर बनी रहती हैं । मुनिश्री ने आव्हान किया की आगे संभावित आचार्यश्री महाश्रमणजी के कच्छ प्रवास के दौरान तेरापंथ की बेटियां विशेष सेवा दर्शन का लाभ उठाने की योजना तैयार करें । कार्यक्रम का प्रारंभ नमस्कार महामंत्र उच्चारण से हुआ ।मंगलाचरण वीणा मेहता ने किया । तेरापंथी महासभा के प्रकल्प बेटी तेरापंथ की जूम मीटिंग एवं ऑनलाइन फॉर्म की जानकारी शांतिलालजी जैन ने दी ।ध्यान प्रयोगों के साथ आदित्य मुनि ने धर्म आराधना की प्रेरणा प्रदान की ।तेरापंथ सभा भुज के अध्यक्ष वाडीभाई मेहता ने उपस्थित सभी तेरापंथी बेटियों का स्वागत किया। महिला मंडल भुज से दीपा मेहता ने मंगल भावना व्यक्त की। तेरापंथी बेटियों की तरफ से पुनीता बहन ने मुनिश्री के प्रति इस तरह के कार्यक्रम आयोजन के लिए कृतज्ञता व्यक्त की ।कार्यक्रम में लगभग 65 के आसपास तेरापंथ की बेटियों ने उत्साह के साथ सहभागिता दर्ज करवाई जिनकी अन्य संप्रदायों में शादी हुई है। मुनि श्री के चातुर्मास ने इस तरह का यह तीसरी बार कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम का संचालन प्रीति दोशी ने किया।