Saturday, September 21, 2024

सांस्कृतिक

“यात्रा अंतिम पड़ाव पर है”

यात्रा अंतिम पड़ाव पर है ।डर मत, चलता चल,यह तो बस अब तेरे पांव पर है।पांवों के छालों को अब तो भूल,ये तो बस...

गीता ज्ञान को देने वाले…

गाय चराते रहे ग्वाल संग,परम ज्ञान प्रभु कैसे पाया?रास रचाते रहे गोपी संग,योगी मन में कैसे आया?गोवर्धन ऊँगली पर आया,महाबली तन कैसे पाया?नेह, प्रेम,...

हैं वन्दनीय वे हम सब को

बने रहे वे नींव के पत्थर,हमें शिखर सुख तक लाये,कोटि नमन सब गुरुवर मेरे,यश, सुख वैभव दिलवाये.सारा ज्ञान समर्पित होकर,दिया, बढ़ाया नित आगे,सीमित संसाधन...

रक्षाबंधन पर विशेष: जैन संस्कृति में रक्षा बंधन

रक्षाबंधन: रक्षा के संकल्प का पर्व -डॉ. सुनील जैन संचय, ललितपुर राखी एक धर्मनिरपेक्ष पर्व है। इसे पूरे देश में मनाया जाता है। रक्षाबंधन पर्व को...

नेह पर्व रक्षाबंधन पर, सुखी रहें, प्रति पल मुस्काएँ

इंजिनियर अरुण कुमार जैन बचपन की स्मृतियाँ प्यारी,मेरी बहिनें सबसे न्यारी.एक बड़ी व एक हैं छोटी,नेह, दुलार व आदर देतीं.हाथ पकड़ चलना सिखलाया,तुम्हें गोद में...

“दावेदारी”

व्यंग्यात्मक कहानी अजय अपनी दादी को अखबार पढ कर सुना रहा था। कि पृथ्वी वासियों ने भी चांद पर अपनी दावेदारी जता दी है। भारत...

तीर्थंकर पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक

22वें तीर्थंकर नेमिनाथ के मोक्ष जाने के हजारों वर्षों बाद 23वें तीर्थंकर पारसनाथ (पार्श्वनाथ) स्वामी का जन्म हुआ था। इस जंबूद्वीप, भरत क्षेत्र काशी...

अन्तर्मना प्रसन्न सागर जी के प्रवचन से…

हर दिल में भारत, हर हाथ में तिरंगा;एक आह्वान, एक अभियान, एक अभिमान के संग,वन नेशन, वन इमोशन, वन आइडेंटिटी की भावना से हर...

देश की स्वतंत्रता में जैन धर्म एवं जैन धर्मावलंबियों का योगदान

दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल,साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल। यह सर्व विदित है कि 76 वर्ष पूर्व देश को स्वतंत्रता...

“आदिवासी एक समान”

एक तीर एक कमान,आदिवासी एक समानपूरे विश्व में हमारी यहीतो है पहचान।प्रकृति के संरक्षण में दे दियाहमारे पुरखों ने अपना बलिदान।इस धरा के हम...

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