बने रहे वे नींव के पत्थर,हमें शिखर सुख तक लाये,कोटि नमन सब गुरुवर मेरे,यश, सुख वैभव दिलवाये.सारा ज्ञान समर्पित होकर,दिया, बढ़ाया नित आगे,सीमित संसाधन...
इंजिनियर अरुण कुमार जैन
बचपन की स्मृतियाँ प्यारी,मेरी बहिनें सबसे न्यारी.एक बड़ी व एक हैं छोटी,नेह, दुलार व आदर देतीं.हाथ पकड़ चलना सिखलाया,तुम्हें गोद में...