700 श्रीफल से सात सौ मुनियो का पूजन किया
राजेश जैन अरिहंत/टोंक। श्री 1008 श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र साखना में श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के पावन अवसर पर भगवान श्रेयांसनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव एवं रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। अतिशय क्षेत्र के अध्यक्ष प्रकाश सोनी एवं मंत्री प्यारचंद जैन ने बताया कि अतिशय क्षेत्र पर प्रातः क्षीरसागर से जल लाकर भगवान का अभिषेक एवं शांति धारा की गई। तत्पश्चात शांतिनाथ भगवान का पूजन श्रेयांसनाथ भगवान का पूजन शीतलनाथ भगवान का पूजन चंद्रप्रभु भगवान का पूजन कर 700 श्रीफल से सात सौ मुनियों का विशेष पूजन किया गया। श्रेयांसनाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक दिवस के अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं के जयकारों के साथ निर्वाण लड्डू एवं अष्ट द्रव्य श्री जी के चरणों में समर्पित किये इस अवसर पर प्रकाश सोनी महावीर प्रसाद अंकित शास्त्री प्रवीण कुमार टोनू आनंद प्रकाश पाटनी नरेंद्र जैन मनीष कुमार सहित सैकड़ो श्रद्धालु मौजूद थे। मीडिया प्रभारी राजेश अरिहंत ने बताया कि श्रावण शुक्ल पूर्णिमा तिथि को विष्णु कुमार मुनिराज ने 700 महामुनिराजों पर आए घोर उपसर्ग को दूर कर उन महामुनिराजों की उपसर्ग से रक्षा की थी। तभी से श्रावक द्वारा धर्म रक्षा का यह पर्व रक्षाबंधन प्रारम्भ हुआ इस अवसर पर विष्णुकुमार महामुनिराज तथा घोर उपसर्ग विजेता 700 मुनिराजों की अत्यंत भक्ति-भाव से पूजन आराधना की गई पंडित अंकित शास्त्री ने रक्षाबंधन महापर्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रक्षाबंधन पर्व का महत्व तभी है जब हम इस अवसर पर अपने घर्म, धर्मायतनों तथा मुनिराजों, आर्यिका माताजी आदि साधुओं की रक्षा हेतु विचार करें व उनकी सेवा तथा रक्षा हेतु संकल्पित हों श्रावको ने विष्णु कुमार मुनि और अकंपाचार्य मुनि की पूजा की अतिशय क्षेत्र पर मौजूद महिलाओ ने रक्षाबंधन पर्व की कथा सुनकर व्रत रखा एवं एक दूसरे के रक्षा सूत्र बांधा इस अवसर पर शिमला जैन चन्द्रकला लाड देवी ममता लक्ष्मी विमला देवी सोना देवी ज्योति जैन शिल्पा जैन आदि मौजूद थी। अतिशय क्षेत्र के कोषाध्यक्ष मनीष बज ने बताया कि सांयकाल मंदिर में गुरुकुल के छात्रों के द्वारा 700 मुनियों, भगवान शांतिनाथ, एवं भगवान श्रेयांसनाथ की महा आरती की गई तत्पश्चात भक्तामर का पाठ एवं णमोकार के जाप कर भजन प्रस्तुत किए गए।