जयपुर । श्री दिगम्बर जैन पदयात्रा संघ जयपुर के तत्वावधान में मंगलवार, 20 सितम्बर को संघ के संरक्षक सुभाष चन्द जैन एवं संयोजक पवन जैन’नैनवां’ के नेतृत्व में जयपुर से श्री महावीरजी गई 36 वीं पदयात्रा का दल भगवान महावीर के दर्शन एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के बाद बसों द्वारा जयपुर लौटा। पदयात्रियों के जयपुर लौटने पर भट्टारक जी की नसिया के बाहर समाज बन्धुओं द्वारा पदयात्रियों का स्वागत किया गया। पदयात्रा में जयपुर के साथ राजस्थान के कई जिलों के जैन बन्धु शामिल हुए। महिलाएँ भी बड़ी संख्या में शामिल हुई। संरक्षक सुभाष चन्द जैन ने बताया कि पदयात्रा मार्ग में आने वाले दिगम्बर जैन मंदिरों में मोहनपुरा में धार्मिक प्रश्न मंच, दौसा में ज्ञान वर्धक जैन धार्मिक हाऊजी, सिकन्दरा, गुढाचन्द्र जी में पूजा, भक्ति संगीत, प्रश्न मंच, कलशाभिषेक, नादौती रोड पर मेरा भारत महान ज्ञान वर्धक कार्यक्रम, नादौती में धार्मिक अंताक्षरी के साथ जैन मंदिरों में अभिषेक, शांतिधारा के बाद पूजा की गई। रास्ते में प्रतिदिन प्रातः संसार के सभी प्राणियों की मंगल कामनाएं करते हुए प्रार्थना, सायकांल भगवान महावीर की आरती की गई। मंदिरों एवं स्कूलों, संस्थाओं में सहयोग किया गया। सभी स्थानों पर स्थानीय समाज बन्धुओं द्वारा पदयात्रियों का स्वागत-सत्कार किया गया। संयोजक पवन जैन ‘नैनवां’ने बताया कि रविवार को पदयात्री चांदनगाॅव से जुलूस के रुप में रवाना होकर नाचते गाते बैंडबाजो के साथ श्री महावीरजी के मुख्य मंदिर पहुचे जहां भगवान महावीर के सामूहिक दर्शन किये।
इससे पूर्व कटले के मुख्य द्वार पर स्थानीय जैन समाज तथा दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र प्रबन्धकारिणी समिति की ओर से पदयात्रियों के केसर का तिलक व माल्यार्पण कर भव्य स्वागत करते हुए पदयात्रा की अगवानी की। पदयात्रा संघ के प्रचार प्रभारी विनोद जैन ‘कोटखावदा’ ने बताया कि ” ओम श्री महावीराय नम:” के सामूहिक जयघोष लगाते हुए पदयात्रियों ने भगवान महावीर के चरणों में अर्घ्य समर्पित करने के बाद कटला प्रांगण में विश्व में सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हुए पूर्व संयोजक सूर्य प्रकाश छाबड़ा के निर्देशन में मंगल वन्दना की गई। तत्पश्चात आयोजित सामूहिक क्षमा वाणी कार्यक्रम में पदयात्रा के दौरान हुई त्रुटियों एवं तकलीफों के लिए संघ की ओर से संरक्षक सुभाष चन्द जैन व अन्य पदाधिकारियों ने क्षमा याचना की। इस मौके पर पदयात्रियों ने आपस में गले मिलकर, छोटो द्वारा बडों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया व आपस में क्षमायाचना की गई। दोपहर में यात्री निवास में संघ की ओर से धार्मिक ज्ञान प्रकाश प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण एवं पदयात्री सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पारस ललित जैन नैनवां,राज कुमार गांधी सलुम्बर, राजेन्द्र जैन मोजमाबाद एवं पदम जैन थे। अतिथियों द्वारा भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन के बाद मंगलाचरण किया गया। प्रत्येक पदयात्री को मंच पर बुलाकर संघ की ओर से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन सूर्य प्रकाश छाबड़ा, महेन्द्र गिरधरवाल, विनेश सोगाणी ने किया।