गंगापुर सिटी। शहर के आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में बुधवार को अपराह्न 3बजे से गुरुमां गणिनी आर्यिका सृष्टि भूषण माताजी माताजी के संघस्थ रही आचार्य वर्धमान सागर जी महाराज के शिष्या बा.ब्र.नेहा दीदी और साधना दीदी ब्र. दीप्ति दीदी को गोद भराई का कार्यक्रम बड़ी भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। तीनों दीक्षार्थी बहनों की आर्यिका दीक्षा विजयदशमी के दिन 5 अक्टूबर को अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में वात्सल्य वारिधि परम पूज्य आचार्य 108 वर्धमान सागर जी महाराज की द्वारा संपन्न होगी। आज दोपहर पुरानी अनाज मंडी स्थित संभव ट्रेडिंग कंपनी के सामने से सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वावधान में तीनों दीक्षार्थी बहनों की भव्य बिनौली शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से निकाली गई ।
फूल मालाओं से सजी-धजी बागियों पर दीक्षार्थी बहने नेहा दीदी साधना दीदी एवं दीप्तीदीदी शोभायात्रा में जगह जगह शहर के आमजन एवं जैन बंधुओं द्वारा उनका बहू मान किया गया। दीप्ति दीदी जिनकी उम्र मात्र 26 वर्ष है और नेहा दीदी जिनकी उम्र 36 वर्ष है और जन्म से ही बाल ब्रह्मचारी है कई वर्षों से लगातार संयम के पथ पर चल रही है और इस यौवन अवस्था में जयश्री दीक्षा धारण करने जा रही इन बहनों को देख गंगापुर की जनता भी अचंभित थी। पुरानी सब्जी मंडी कचहरी रोड देवी स्टोर चौराहा खारी बाजार बालाजी चौक जैन स्थानक होते हुए आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर शोभा यात्रा पहुंची। जगह जगह सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्प वर्षा कर शोभा यात्रा का स्वागत किया गया। आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर दिगंबर जैन समाज दिगंबर जैन सोशल ग्रुप, श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के पदाधिकारियों द्वारा गोद भराई की रस्म की गई । जैन बंधुओं ने दीक्षार्थी बहनों का माला पहनाकर अष्टमेवा से गोद भराई की। इस अवसर पर बाल ब्रह्मचारणी नेहा दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संयमी व्यक्ति का अंतिम लक्ष्य दीक्षा ही होता है दीक्षा लेने के बाद ही मोक्ष मार्ग प्रशस्त होता है हमारा संकल्प 5 अक्टूबर को पूरा होने जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर सभी साधर्मी बंधुओं को भगवान महावीर के बताए रास्ते पर चलकर जिन शासन की प्रभावना बनाने का आह्वान किया।