Saturday, September 21, 2024

अंगदान करने वालों के परिजनों तथा देहदान की घोषणा करने वालों का हुआ सम्मान

सुधीर शर्मा/सीकर। रक्तदान के क्षेत्र में तो सीकर अपनी एक अलग पहचान बनाने के साथ साथ अब देहदान में भी विश्व रिकॉर्ड बनाया है। सुधीर महरिया स्मृति संस्थान निदेशक, कार्यक्रम संयोजक एवम् अंगदान देहदान मोटीवेटर बी एल मील ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सुधीर महरिया स्मृति संस्थान, शेखावाटी चैरिटेबल ब्लड सेंटर, सीकर एवं राजस्थान ब्लड डोनर ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय अंगदान पखवाड़ा के समापन पर गुरुवार को जैन भवन में आयोजित राज्य स्तरीय सामूहिक देहदान अंगदान कार्यक्रम में एक साथ लगभग 132 लोगों ने देहदान की घोषणा कर विश्व रिकॉर्ड बनाया। देहदानकर्ताओं द्वारा देहदान हेतु सभी के आवेदन पत्र श्री कल्याण राजकीय मेडिकल कॉलेज सीकर को सौंपें। आवेदन पत्रों की पूरी जांच के बाद मेडिकल कॉलेज के शरीर रचना विभाग द्वारा उन्हें एक देहदान पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी किया। देहदान संकल्प कर्ता की मृत्यु होने पर उनके परिजनों द्वारा मेडिकल कॉलेज को सूचना दे कर तत्पश्चात शरीर रचना विभाग को देह सम्मान के साथ दान करनी होगी । देहदान की घोषणा कार्यक्रम के बाद अब पूरी प्रक्रिया करके लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड, इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड, एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड एवं गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज होगा । कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर निर्मल सिंह एवं उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक महरिया ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशन में अंगदान जीवनदान महाभियान के पखवाड़े के समापन पर गुरुवार को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर पूरे कार्यक्रम को लाइव देखा। देहदान एवं अंगदान के लिए सीकर के लोगों का उत्साह देखकर अतिरिक्त मुख्य सचिव काफी प्रभावित हुई। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने देहदान की घोषणा करने वाले देहदान संकल्पकर्ताओं को संबोधित करते हुए इस पुनीत एवम महान कार्य की प्रशंसा की। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान के संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी डॉ एस एन धौलपुरिया ने अपने संबोधन में सीकर के देहदान के इस एतिहासिक रिकॉर्ड को पूरे देश के लिए प्रेरणादाई बताया। वक्ताओं ने अंगदान का महत्व बताते हुए कहा कि इससे दूसरे व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। इसके लिए जनजागरूकता जरूरी है और इसे जारी रखा जाना चाहिए। अंगदान की अलख अन्वरत चलनी चाहिए। अंगदान के क्षेत्र में सीकर ने जो आज एक नया मुकाम बनाया है। इसे जन आंदोलन के रूप में चलाया जाना चाहिए। वीरो, शूरवीरों और किसानों की भूमि के साथ आज एक ओर नाम देहदानियों की भूमि भी जुड़ गया है। अंगदान के क्षेत्र में सीकर प्रदेशभर में शिखर पर रहेगा। आगामी दिनों में देहदान व अंगदान की सुविधा सीकर में उपलब्ध हो सकेगी और किडनी और लीवर टांसप्लांट भी होने लगेंगे। वक्ताओं ने कहा कि मृत शरीर से ही मेडिकल का अध्ययन करने वाले विद्यार्थी बीमार का उपचार करने की शिक्षा प्राप्त करते है। मेडिकल कॉलेज में देह का बहुत संभाल कर रखा जाता है। देहदान करने वाला महान व्यक्ति ही होता है। कार्यक्रम में उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल, पूर्व विधायक रतन जलधारी, सुधीर महरिया स्मृति संस्थान संरक्षक चिरंजी लाल महरिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक महरिया,श्री कल्याण राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ शिव रतन कोचर, श्री कल्याण हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ महेंद्र खीचड़, जिला युवा अधिकारी मोहित कुमार, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हर्षल चौधरी,जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विशाल चौधरी, सहायक औषधि नियंत्रक राजकमल छींपा, अतिरिक्त अधीक्षक जगदीश सीगड़ ,एनाटॉमी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ सरयू सैन, सह आचार्य डॉ विश्व दीपक यादव, राजकीय नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य सुमनबाला मीणा, प्राचार्य नंदकिशोर मंचस्थ थे । औषधि नियंत्रण अधिकारी बलदेव चौधरी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
श्री कल्याण मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल ब्लड सेंटर सीनियर तकनीकी सहायक एवं मोटीवेटर सत्येंद्र कुड़ी ने बताया कि अंगदान एवं देहदान के इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए सीकर सामाजिक संस्थाओं के अलावा आमजन ने भी काफी सहयोग प्रदान किया। ब्रेन डेड घोषित होने के बाद अंगदान कर चार लोगों की जिंदगी बचाने वाले कजोड़ मल मीणा की पत्नी संतोष देवी, अंगदान करने वाली भगवती देवी महरिया व बिमला देवी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पवन जोशी, समाजसेवी भंवरलाल जांगिड़, मदन मावलिया, कोलीड़ा सरपंच शिवपाल सिंह मील, पूर्व प्रधान चोखाराम बुरड़क, बृजमोहन सुंडा, पूरणमल सुंडा, हरिराम मील, रणधीर महरिया, बने सिंह मील, महिपाल महरिया, मनोज कुमार हरदयालपुरा, पूर्व पार्षद मदनलाल गढ़वाल, महावीर धींवा, जिला आशा समन्वयक केडी पारीक, नंदलाल पूनिया, डॉ संजय शर्मा,एडवोकेट रणवीर चौधरी, उमेश शर्मा, बीरबल बडजाती, दिनेश कुमावत, सनी शिवसिंहपुरा, राजकुमार धूत, जगन सिंह धायल, सोनू देवी सोनी कूदन, अल्लानूर पठान, नेमीचंद कुमावत, पूर्व सरपंच चुनाराम फौजी, सत्यदेव सिंह, सुभाष मील, मुकेश पंवार पिपराली, अनिल बाजिया, फतेह सिंह महरिया, वीरेंद्र कांटीवाल, रामकरण बड़जाती, शेर सिंह सुंडा, अंशु पंवार, दिनेश झीगर, माया खीचड़, पवन शर्मा, राधेश्याम मीणा, पवन चोबदार, महेश सेवदा, करण वर्मा, श्री चंद्र ढाका, विक्रम बिजारणिया, महेंद्र राव, ,मोहन बाजोर, मोहित मील सहित सहित अनेक जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी, नर्सिंग स्टूडेंट सहित अनेक लोग उपस्थित थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के रूपरेखा पर प्रकाश डाला। संचालन डॉ अनीता आर्य एवं अमित दाधीच ने किया।

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