गुंसी, निवाई। श्री दिगम्बर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी, जिला टोंक (राज.) के तत्वावधान में गणिनी आर्यिका रत्न विज्ञाश्री माताजी के ससंघ सान्निध्य में शांतिधारा करने का सौभाग्य बबली जैन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में राजेंद्र देवली, चितरंजन दूनी, भागचंद पाटनी, पद्मचन्द जी पाटनी विवेक विहार वालों ने प्राप्त किया। श्री शांतिनाथ महामण्डल विधान का अवसर लादूलाल चाकसू वालों को मिला। गुरु माँ ने उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को संबोधन देते हुए कहा कि जीवन को समझने के लिए समय को समझना और समय की अनुकूल परिस्थिति को जीना चाहिए। समझदारी से अगर समय का उपयोग करोगे तो प्रतिकूल समय में भी आप मस्त रहोगे। नासमझी से तो अनुकूल समय भी बरबादी का कारण बन जाता है। समय की समझ, समय का बोध, समय की चेतना तो हर व्यक्ति को होना ही चाहिये।