जयपुर। जनकपुरी ज्योतिनगर जैन मंदिर में रविवार को दर्शन हेतु जयपुर की विभिन्न कालोनियों से पधारे सैकडो भक्तों को आर्यिका विशेष मति माताजी ने अपने आशीर्वचन में कहा की बड़े नियम या संकल्प लेने की बजाय छोटे छोटे संकल्पों से शुरुआत करो इनसे ही मुक्ति की राह आसान होती है जो धर्म के मार्ग पर चलना भी सिखाती है। माताजी ने कहा की जैसे फूल खिलने से, सोना मृदुता से, मेघ बरसने से ही महान बनते है वैसे ही इन्सान जन्म से नहीं धर्म के साथ साथ कर्म से महान बनता है। प्रबंध समिति अध्यक्ष ने पधारे दर्शनार्थियों का शाब्दिक स्वागत अभिनंदन किया तथा कहा की आर्यिका माताजी का यहाँ चातुर्मास होना जनकपुरी ज्योतिनगर समाज के लिए सोभाग्य की बात है। मन्दिर प्रबंध समिति, महिला मण्डल पाठशाला संयोजक गण व युवा मंच तथा उपस्थित गणमान्य जनो ने साधु सन्तों के दर्शन हेतु आये यात्रा दल का भाव भीना स्वागत अभिनंदन किया।