योग के साथ उपचार प्राप्त करने का सुनहरा मौका हम सब को मिला हैं: विजय धुर्रा
अशोक नगर। परम पूज्य आचार्य श्री आर्जवसागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में तीन दिवसीय प्राकृतिक उपचार योग शिविर का आयोजन 11 से 13 अगस्त को श्री दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी के तत्वावधान में सुभाष गंज मैदान किया जा रहा है। प्राकृतिक उपचार योग शिविर का शुभारंभ आज संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की वंदना के साथ प्रातः काल की वेला में योगाचार्य श्री नवीन भइया दारा किया गया।
दवाइयां के उपयोग को छोड़कर प्राकृतिक उपचार लें
योग शिविर के प्रारंभ में मध्य प्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि आचार्य श्री आर्जव सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में हो रहे इस भव्य चातुर्मास में श्री दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी द्वारा अनेक आयोजन किए जा रहे हैं इसी श्रंखला में आज हमारे वीच वरेली से योगाचार्य श्री नवीन भइया के निर्देशन में प्राकृतिक उपचार योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। हम दवाइयां को छोड़ कर प्राकृतिक उपचार के माध्यम से स्वस्थ रहें। इस हेतु योगाचार्य नवीन भइया वर्षो से देशभर के विभिन्न नगरों में पहुंच कर प्राकृतिक उपचार के साथ योग के द्वारा लोगों के जीवन को स्वस्थ बना रहे हैं। अगले दो दिनों तक के तीन तीन सत्र में ये हमें योग के साथ ही प्राकृतिक चिकित्सा से अवगत करायेंगे ।
योग का उपयोग रोग भगाने के लिए करें
इस अवसर पर योगाचार्य श्री नवीन भइया ने कहा कि संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा पाकर हम लोगों ने प्राकृतिक चिकित्सा को अपने सेवा का आधार वनाया और भाग्योदय तीर्थ में प्राकृतिक चिकित्सा को देते हुए इसकी वारीकियो को समझी और उन्हें सरल वनाकर जनता तक पहुंचा रहे हैं इसके साथ ही योग जो कि स्वस्थ जीवन का आधार वने इसके लिए हमें नियमित योग करते रहना चाहिए अगले दो तीन दिनों में हम योग के साथ ही प्राकृतिक जीवन जीने की कला सीखेंगे इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष राकेश कासंल महामंत्री राकेश अमरोद कोषाध्यक्ष सुनील अखाई थूवोनजी कमेटी के अध्यक्ष अशोक जैन टींगू मिल महामंत्री विपिन सिंघई मन्दिर संयोजक उमेश सिघई सह संयोजक रोहित सिघई जैन युवा वर्ग के अध्यक्ष सुलभ अखाई सचिन एम पी निर्मल मिर्ची नवीन सर मोहित मोहरी ने योगाचार्य नवीन भइया का बहुमान किया।
सुख प्राप्त करने का सही रास्ता कौन सा है ये जाने: मुनि श्री महतसागरजी महाराज
आज धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए मुनि श्री महतसागरजी महाराज ने कहा कि सुख सभी चाहते हैं। हम जो भोग रहे हैं वह कौन सा सुख है सुख है या सुखाभाष है सुख प्राप्त करने का सही रास्ता हमें मालूम करना होगा सुख पाने से पहले उसे प्राप्त करने के पहले उसका उपाय जानना जरूरी सच्चे सुख को पाने के लिए सही श्राद्धान की आवश्यकता है जव तक आपका श्रद्धान सही नहीं होगा तो सच्चा सुख मिल ही नहीं सकता हम थोड़ी सी सुविधाओं में ही फंसकर रह जायेगा।
जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसकी प्राप्ति के लिए पुरूषार्थ करें: मुनि श्री
धर्म सभा में मुनि श्री सानंद सागरजी महाराज ने कहा कि जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसकी प्राप्ति के लिए सही दिशा में प्रयास करना होगा यदि विपरीत दिशा में कोशिश तो मंजिल उतनी ही दूर होती चली जायेगी सोना तो खरीदना चाहते हैं और हलवाई की दुकान पर जा रहें हैं तो सोना कहां से मिलेगा सोना खरीदने के लिए सुनार की दुकान तलासनी पड़ेगी इसी प्रकार आत्मा शान्ति आत्मिक सुख पाने के लिए सही दिशा में पुरूषार्थ करना चाहिए।