भीलवाड़ा। छल कपट करने वाला मनुष्य जीवन मे सुख नही भोग सकता है रविवार शास्त्री नगर अहिंसा भवन मे महासती प्रितीसुधा ने आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सत्य से कमाया धन हमेशा सुख देता है लेकिन छल कपट से कमाया धन जीवमे दुःख ही दुःख देता है। कितना भी बड़ा होशियार हो लेकिन छल करने वाले का अंत बहुत बुरा होगा। छल कपट ओर पाप उतना करना चाहिए जितना भुगतने का सामर्थ्य हो वरना कुदरत किसी को नहीं छोड़ती है। आज नही तो कल उसका फल भोगना ही पड़ेगा। जो व्यक्ति मेहनत करता है उसके साथ तुम धोका करोगे तो जीवन मे कभी भी सुख नही भोग पाओगे दगा कभी किसी सगा नही हुआ है। कपटी इंसान दुनिया को धोका दे सकता है, परन्तु परमात्मा को नही दे सकता है । जैसा करोगे वैसा ही फल पाओगे। साध्वी मधुसुधा ने कहा कि मनुष्य में अहंकार होने के कारण वह पूर्ण रूप से धर्म को पालन नहीं कर पाता है। जब तक इंसानअहंकार का पतन नहीं करेगा, तब तक मनुष्य धर्म से नहीं जुड़ पाएगा। धर्म से मंझिल मिलेगी अधर्म से मंजिल नही मिलने वाली है। इसदौरान धर्मसभा आसींद, बदनौर, कोटड़ी, मांडलगढ़, गुलाबपुरा आदि क्षेत्रों से साध्वी प्रितीसुधा के दर्शनार्थ पधारे अनेक अतिथीयो का अहिंसा भवन के अध्यक्ष लक्ष्मण सिहं बाबेल, हेमन्त आंचलिया, अशोक पोखरना रिखबचंद चन्द पीपाड़ा ने शोल माला पहनाकर स्वागत किया। निलिष्का जैन बताया कि दोपहर चंदनबाला महिला मंडल के तत्वावधान मे साध्वी उमराव कंवर के सानिध्य मे नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप हुआ जिसमे रजनी सिंघवी, मंजू बापना, उमा आंचलिया, अंजना सिसोदिया आदि महिला पदाधिकारियों की उपस्थिति रही प्रवचन और जाप मे सम्मिलित होने वाले सभी श्रध्दालुओं को रतनलाल चपलोत एवं प्रिती, किरण चौरड़िया द्वारा सभी को प्रभावना दी गई।
प्रवक्ता निलिष्का जैन, अहिंसा भवन शास्त्री नगर भीलवाड़ा