Sunday, September 22, 2024

मानव जन्म सौभाग्यशाली लोगों को मिलता है खुद का कल्याण करना है तो दूसरों का ख्याल भी रखो: आचार्य सौरभ सागर

उप महापौर पुनीत कर्णावत, उमरावमल संघी, धर्मचंद पहाड़िया ने लिया आशीर्वाद

जयपुर। धर्म नगरी छोटी काशी के नाम से विख्यात जयपुर शहर के प्रताप नगर सेक्टर 8 दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे आचार्य सौरभ सागर महाराज के सानिध्य में पंच दिवसीय श्री मज्ज़ाजिनेन्द्र महाअर्चना सिद्धचक्र महामंडल विधान पूजन के चौथे दिन प्रातः 8.30 बजे महोत्सव में सम्मिलित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए आचार्य सौरभ सागर ने कहा कि- “सृष्टि के प्रत्येक प्राणी को मानव जन्म के महत्व को समझना चाहिए, उसके मूल्यों को समझना चाहिए और कर्तव्यों का पालन करना चाहिए किंतु आज का प्राणी मानव जन्म के महत्व को ना जानकर खुद के अहंकार में जी रहा है, स्वार्थ जैसे मूल्यों को धारण कर रहा है अपने मानव जन्म के महत्व को मिटा रहा है। जबकि प्राणी को यह समझना चाहिए की मानव जन्म सौभाग्यशाली लोगों को मिलता है, जिन्हे मानव जन्म मिला है उन्हे अपने आत्म कल्याण के मार्ग पर चलने के लिए दूसरे प्राणियों के ख्याल भी रखना चाहिए।” आचार्य सौरभ सागर ने कहा की जन्म तो सभी का होता है पशु, पक्षी, प्राणी, वस्तु सभी का जन्म होता है किंतु जैनत्व में कहा गया है की आत्म कल्याण करने का मार्ग मानव जन्म में ही मिलता है, क्योंकि एक मात्र प्राणी है जो सब मार्गों का अनुसरण कर सकता है, इसलिए मानव जन्म को श्रेष्ठ जन्म बताया गया है, जिनको मानव जन्म का सुख मिलता है वह सौभाग्यशाली होते है, ऐसे सोभाग्यशालियों को आपने आत्म कल्याण के लिए दूसरों का कल्याण करना चाहिए और मानव जन्म के सुख की प्राप्ति करनी चाहिए। प्रचार संयोजक सुनील साखुनिया ने जानकारी देते हुए बताया की सोमवार को महोत्सव के चौथे दिन की शुरुवात प्रातः 6 बजे अनुष्ठान स्थल पर भगवान शांतिनाथ स्वामी के स्वर्ण एवं रजत कलशों से कालशाभिषेक कर हुई, जिसमें विभिन्न श्रावकों ने नियम पूर्वक श्रद्धा के मूल्यों को धारण कर श्रीजी का अभिषेक किया और विश्व में शांति की कामना के साथ आचार्य श्री के मुखारविंद शांतिधारा कर अर्घ चढ़ाए। जिसके पश्चात पंडित संदीप जैन के निर्देशन में श्रीजी के सम्मुख चित्र अनावरण, दीप प्रवज्जलन समाज श्रेष्ठियों द्वारा किया गया, इसके उपरांत भजन – भक्ति करते हुए जयकारों के साथ जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, नेवेध, दीप, धूप, फल, अर्घ चढ़ा जयमाला महाअर्घ चढ़ाकर जिनेन्द्र प्रभु की भक्ति आराधना की और श्रद्धा के पुष्प समर्पित किए। इस दौरान जयपुर नगर निगम ग्रेटर उपमहापौर पुनीत कर्णावत, श्री महावीर शिक्षा परिषद अध्यक्ष उमरावमल संघी, तीर्थ क्षेत्र धर्म संरक्षणी संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारी धर्मचंद पहाड़िया आदि सहित विभिन्न श्रेष्ठियों ने भाग लिया, वर्षायोग समिति गौरवाध्यक्ष राजीव जैन गाजियाबाद वाले, आलोक जैन तिजारिया, अध्यक्ष कमलेश जैन, मंत्री महेंद्र जैन, कोषाध्यक्ष धर्मचंद जैन ने सभी अतिथियों का स्वागत, सम्मान माला, साफा पहनाकर किया। इस अवसर पर मानसरोवर, सांगानेर, बापू नगर, जोहरी बाजार, किशनपोल, वैशाली नगर, विद्याधर नगर, बनीपार्क एवं भरतपुर, दिल्ली, यूपी, हरियाणा आदि स्थलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण सम्मिलित हुए।

आज (मंगलवार को) विश्व शांति महायज्ञ के साथ संपन्न होगा पंच दिवसीय महाअर्चना महोत्सव

मुख्य समन्वयक गजेंद्र बड़जात्या ने बताया मंगलवार को पंच दिवसीय श्री मज्जाजिनेन्द्र महाअर्चना महोत्सव का समापन होगा। अंतिम दिन प्रातः 6.15 बजे श्रीजी का कलशाभिषेक, शांतिधारा होगी, 7.30 बजे विधान पूजन, प्रातः 8.30 आचार्य सौरभ सागर महाराज के मंगल प्रवचन होने के पश्चात प्रातः 10.15 बजे विश्व शांति महायज्ञ प्रारंभ होगा, इसके बाद महोत्सव विसर्जन होगा और इसी दौरान अतिथियों व श्रेष्ठियों का आभार कार्यक्रम संपन्न होगा। मंगलवार को महोत्सव के मुख्य अतिथि केलशचंद, माणकचंद, रमेश चंद ठोलिया परिवार, विशिष्ठ अतिथि सुनील बक्शी, महेश काला, अशोक जैन “नेता” सहित कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव संजय बापना, संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल और अभिषेक जैन बिट्टू सहित विभिन्न समाजसेवी सम्मिलित होगे और आचार्य श्री का आशीर्वाद प्राप्त करेगे।

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