पांच दिवसीय म्यूरल आर्ट कार्यशाला का समापन
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा शिल्पग्राम में आयोजित 5 दिवसीय म्यूरल आर्ट कार्यशाला का समापन शुक्रवार को हुआ। इस कार्यशाला में केरल से आए विशेषज्ञ अनिल एवं रवीन्द्रन ने चयनित 32 प्रतिभागियों को इस पारंपरिक कला की बारीकियां सिखाई। इससेे पूर्व कुछ स्कूली छात्र छात्राओं ने भी कैंप में विजिट कर मेंटर्स और कलाकर संग विचार विमर्श किया। केन्द्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य जन-जन तक हर आयु वर्ग में म्यूरल आर्ट की समझ पैदा करना और इसकेे प्रति युवा कलाकारों में आकर्षण बनाना था, ताकि विलुप्त होती इस कला के प्रति चेतना जागृत हो और नवोदित कलाकार इस परंपरागत कला को सजीव बनाए रख सके। गौरतलब है कि निदेशक के आग्रह और सुझाव पर केन्द्र में कार्यरत कुछ सहयोगियों ने भी खाली समय का सदुपयोग करते सृजन किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि केन्द्र इसी तरह से भविष्य में और भी कार्यशालाएं आयोजित करता रहेेगा। समापन अवसर पर पांच दिन में तैयार की गई कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाकर प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए। इन सभी ने निभाई भागीदारी खुशी पाठक, प्रज्ञा गर्ग, उर्वी जोशी, आदित्य वत्स, रिया सिंघानिया, कोमल टांक, अवनी पुंजावत, मनोज कुमार, प्रियल मेनारिया, ललिता मेहता, भूमि प्रजापत, करण डांगी, सिद्धांत भटनागर, कनिका सनाध्य, श्वेता भेरविया, शबनम हुसैन, पूजा नाथावत, मैडम फी, सौम्य सनाध्य, अर्पिता सोनी, गुंजन शर्मा, निशिता सोनी, सिमरन बिड़ला, एस के पाठक, दुर्गेश चांदवानी, डी एस चौधरी, पूजा सैनी, चंद्रशेखर, अंजू सोनी, कमलेश डांगी, मासूमा, सोफिया जयपुरी, प्रभुलाल, शर्मिला राठौड़, सोनम फुलवरिया, उदयलाल, यश खत्री, भावना शर्मा, लता शर्मा, खुशबू शर्मा, यशराज सोनी और नारायण डांगी।…….. समापन समारोह में शूरवीर सिंह, सुनील निमावत, महेन्द्र गहलोत, जागृति पंवार, विवेक पारेख आदि मौजूद थे।
रिपोर्ट/फोटो : राकेश शर्मा ‘राजदीप’