- अनुयायी आहार: अधिक तेलीय और मसालेदार भोजन, प्रोटीन समृद्ध खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करना, उच्च कॉलेस्ट्रॉल आहार, जंक फूड खाना, और तला हुआ खाना खाने से गॉल ब्लैडर में पथरी के बनने का खतरा बढ़ जाता है।
- वजन: अतिरिक्त वजन लेना, मोटापा या ओबेसिटी गॉल ब्लैडर में पथरी के बनने का कारण बन सकता है।
- बांझपन (अक्षमता के कारण): गर्भाशय में हार्मोनल परिवर्तनों के कारण महिलाओं में गॉल ब्लैडर में पथरी के बनने का खतरा बढ़ जाता है।
- पानी की कमी: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से गॉल ब्लैडर में पथरी के बनने का खतरा कम होता है।
- पूर्व रोग: डायबिटीज, कब्ज, आदि जैसे रोग गॉल ब्लैडर में पथरी के बनने के लिए उत्पन्न कारक हो सकते हैं।
प्राकृतिक उपाय गॉल ब्लैडर में पथरी के लिए:
- पानी की मात्रा बढ़ाएँ: प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि शरीर में विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिले।
- आहार पर ध्यान दें: तेलीय और मसालेदार भोजन की बजाय हल्का, प्राकृतिक और ताजगी वाले आहार का सेवन करें। फल, सब्जियां, अदरक, नींबू, दही, और हरे पत्ते शामिल करें।
- व्यायाम करें: योग, प्राणायाम, और सामान्य शारीरिक व्यायाम जैसे आसनों का नियमित अभ्यास करें।
- लहसुन और प्याज का सेवन करें: लहसुन और प्याज गॉल ब्लैडर में पथरी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
कृपया ध्यान दें कि यदि गॉल ब्लैडर में तेज दर्द, उल्टी, बहुत अधिक या बहुत छोटी पथरी के लक्षण हों, तो आपको चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।
डाॅ. पीयूष त्रिवेदी, एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ