Tuesday, November 26, 2024

मुनि शुद्ध सागर संध का वर्षायोग के लिए निवाई मे भव्य मंगल प्रवेश हुआ

हम समाज देश एवं धर्म की रक्षा के लिए कटिबद्ध रहेंगे: शुद्ध सागर महाराज

विमल जोला/निवाई। सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के शिष्य जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज का सुबह बेन्डबाजो के साथ बिचला मंदिर में मंगल प्रवेश हुआ। जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौंला राकेश संधी ने बताया कि मुनि शुद्ध सागर रविवार को सुबह पहाड़ी चुंगी नाका पंहुचे जहां से गाजेबाजे के साथ रवाना होकर शहर में स्थित वैयरहाउस पर धर्म प्रभावना महिला मण्डल, जिन श्री महिला मण्डल, णमोकार महिला मण्डल, विशुद्ध वर्धनी महिला मण्डल, शांतिनाथ एवं शांतिसागर पाठशाला के बालक बालिकाओं, पारसनाथ महिला मण्डल के द्वारा 51 रजत थालियों पर जयकारों से पादप्रक्षालन एवं आरती करके स्वागत किया कार्यक्रम के तहत सभी महिलाओं ने रंगोली सजायी। जौंला ने बताया कि मुनि श्री के जुलूस वहां से रवाना होकर बस स्टैंड होता हुआ बंपुई वालो की धर्मशाला पहुंचा जहां मुनि श्री ने भगवान चंद्र प्रभु के दर्शन किए। इस दौरान जुलूस प्रारंभ होकर बड़ा बाजार तहसील रोड पर श्री दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर पहुंचा जहां कमेटी द्वारा पादप्रक्षालन कर स्वागत किया। इसके बाद जुलूस सब्जी मंडी बिलाला चोक होते हुए बिचला जैन मंदिर पंहुचा जहां जिनवाणी महिला मण्डल एवं चंद्र प्रभु महिला मण्डल की 108 महिलाओं ने 108 रजत थालियों मे मुनि श्री का पादप्रक्षालन कर सत्कार किया। चातुर्मास मंगल प्रवेश के जुलूस मार्ग मे श्रद्धालुओं ने जगह जगह मुनि श्री के चरण प्रक्षालन करके अगुवानी की।इस दौरान सुपार्श्वनाथ भगवान के अभिषेक एवं शांतिधारा का आयोजन किया गया। जौंला ने बताया कि मुनि श्री के चातुर्मास जुलूस मे बच्चे एवं महिलाएं एवं युवा वर्ग हाथो मे जैन धर्म की ध्वज पताकाएं लेकर बेन्डबाजो की धुनों पर नाचते गाते हुए चल रहे थे। जुलूस में सबसे आगे घोड़ियां नगाड़ा एवं लवाजमा के साथ जैन मुनि संध एवं समाज के हजारों लोंगो ने भाग लिया। जुलूस में णमोकार जयधोष की महिलाओं ने बेण्डवादन कर अभिनन्दन किया। जुलूस कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर चातुर्मास प्रवचन सभा आयोजित की गई जिसमें सर्व प्रथम मंगलाचरण मघु जैन खुशबू जैन एवं जिनवाणी पाठशाला के बच्चों ने नृत्य के साथ भजन की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मुनि श्री का पादप्रक्षालन करने का सोभाग्य राजेन्द्र कुमार कमलेश कुमार पाटनी के परिवार वालो को मिला। शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य हुकमचंद पारसमल जैन को मिला। कार्यक्रम का संचालन महावीर प्रसाद पराणा एवं ज्ञानचंद सोगानी ने किया। इस दौरान जैन समाज द्वारा वर्षायोग 2023 के लिए जयकारों से श्री फल अर्ध्य चडा़या। इस अवसर पर मुनि शुद्ध सागर महाराज ने कहा कि आज तक हजारों युवक देश के कोने कोने से इस संगठन में सम्मिलित होकर इस बात के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हो चुके हैं कि हम समाज देश व धर्म की रक्षा के लिए कटिबद्ध रहेंगे। हमारी भावना है कि धर्म एवं कर्म दोनों ही क्षेत्रों में समूचे विश्व का नैतिक समाज एक वात्सल्य के सूत्र में बंधकर सत्य अहिंसा मय वीतराग धर्म के केसरिया ध्वज को तीनों लोकों में फहराते हुए आत्म गुणों को संगठित करें। सन्तो के दर्शन करने से मंगल होता है मनुष्य का अनायास ही पुण्य होता है जब नगर में सन्तो का आगमन होता है। उन्होंने कहा कि प्रभावना का अर्थ है पुण्य इसलिए प्रत्येक मानव सकारात्मक सोच बनायेंगे तो जीवन में उन्नति ही पायेंगें। इस अवसर पर हेमचंद संधी विमल सोगानी नवरत्न टोंग्या अमित कटारिया पवन बोहरा राजकुमार संधी सुनील भाणजा सोभागमल सोगानी मुकेश संधी त्रिलोक रजवास विष्णु बोहरा सुशील कटारिया हितेश छाबड़ा मनोज पाटनी अशोक बिलाला संजय सोगानी पदम टोंग्या पुनित संधी संजय प्रेस मूलचंद पांडया एडवोकेट रामफूल जैन अशोक भाणजा दिनेश सोगानी महावीर प्रसाद छाबड़ा यश संधी त्रिलोक जैन राजेश जौंला राजेश सांवलिया अजीत काला अतुल ठोलिया सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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