धौलपुर से विहार कर मनियां पहुंचा मुनि संघ
दो जुलाई को मुनि पुंगव का आगरा में भव्य मंगल प्रवेश
मनियां धौलपुर। धन सभी चाहते हैं मै स्वयं धनवान बनूगा जो मेरे लिए विशेष रूप से हित कारी हैं लेकिन ये हर किसी को सम्भव नहीं है ये पहला मार्ग है दुसरा मार्ग सृष्टिकार ने खोजा जिस मार्ग से भगवान गुजर गये हम आने में लेट हो गए कोई बात नहीं जिस रास्ते से भगवान गुजरे हैं उस रास्ते की धूल अपने माथे पर लगा लेना। अपने को पुण्य हीनता से घबराना नहीं है स्पष्ट दिख रहा है कि मार्ग दर्शन नहीं है मार्ग तो सुरक्षित है हमें मार्ग पर गर्भ करना है हम गुणवान नहीं बनपाये तो कोई बात नहीं लेकिन गुणवान को देख कर हमारे अंदर अल्हाद भाव आ जायें। आपको कौन सी चीज को देख कर खुशी आती हो जिसकी चर्चा करके, जिसे देखकर इतना आनंद आ जाए कि तीन लोक में इससे बड़ा आनंद का छड़ और कोई नहीं हो सकता यदि भगवान को देखकर हमें ऐसा महसूस होता है कि इससे बड़ी खुशी हो नहीं सकती उक्त आश्य केउद्गार मुनि पुगंव श्री सुधा सागर जी महाराज ने मनियां धौलपुर में धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने बताया कि संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से मुनि पुंगव श्री सुधा सागर जी महाराज, क्षुल्लक श्री गंभीर सागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार आगरा की ओर चल रहा है। दो जुलाई को प्रातः काल की वेला में मुनि पुंगव श्री सुधा सागर जी महाराज हरि पर्वत आगरा में भव्य प्रवेश करने जा रहे एक तारीख की जिज्ञासा समाधान छीपीटोला में होने की सम्भावना बन रही है। ज्ञात हो कि आचार्य श्री के संकेत के बाद पिछले दो सप्ताह से मुनि संघ का निरर्तर विहार चल रहा है।
आपकी परीक्षा की आप एक कौड़ी भी ना ले
उन्होंने कहा कि यदि तुम आज मन्दिर जाओगे तो एक कौड़ी भी नहीं मिलेगी और यदि तू आज दर्शन करने नहीं गया तो लाखों का भंडार मिलेगा अव फैसला आपका है आज मह मनियां में बेठे है मनियां और बनिया में एक अक्षर का अंतर है एक दिन का तो सवाल है आज दर्शन छोड़ने से चक्रवर्ती पद मिल रहा है महाराज आप तो चक्रवर्ती पद की बात कर रहे हैं यदि ग्राहक आ गया तो मन्दिर जाने के पहले ग्राहक को निपटाने में लग जायेगा रास्ते का भी एक आनंद है ग्वालियर और आगरा के वीच मनियां गांव के का भाग्य है अपनी जिंदगी में बड़े आदमी की संगति जरुर कर लेना साधु नहीं बन पाये तो कोई बात नहीं है लेकिन साधु की संगति जरुर कर लेना साधु ना कुछ देता है और ना लेता है लेकिन साधु की संगति ही तुम्हारे जीवन का उद्धार कर देंगी।