विश्व योग दिवस पर योगाभ्यास भी हुआ
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से बुधवार सुबह विश्व योग दिवस पर आयोजित विशेष सत्र में मीरा उपाध्याय ने योग, साधना और आसन के सरल अभ्यास कराए। इस दौरान स्टाफ सहित लोक कलाकारों और आमजन की भागीदारी रही। केंद्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि बाद में दर्पण प्रेक्षागृह में भरतनाट्यम गुरु पूजा नाथावत के निर्देशन में उनके शिष्य शिष्याओं ने विनायक वन्दना, देवी स्तुति, रामधुन और मिश्र अलारिपू की शानदार प्रस्तुतियां दी। अगली कड़ी में बच्चों से बड़े बीसियों मूकाभिनय कलाकारों ने बेहद संजीदगी से डस्टबिन, प्लान्टेशन वीक और वॉटर विषयक कथानक पर प्रभावी मंचन से उपस्थित दर्शकों की तालियां बटोरी। बता दें, सांस्कृतिक केंद्र की ओर से पिछले दिनों 14 दिवसीय मूकाभिनय कार्यशाला आयोजित हुई। जिसमें शहर के 7 वर्ष से 69 वर्ष तक के रंगमंच जिज्ञासुओं को संगीत नाटक अकादमी अवार्ड प्राप्त वरिष्ठ रंगकर्मी विलास जानवे ने प्रशिक्षण दिया। उस कार्यशाला में किरण जानवे ने सहनिर्देशन और युवा प्रतिभाशाली रंगकर्मी मनीष शर्मा ने सहायक निर्देशक की भूमिका निभाई। गौरतलब है कि आज ही के दिन यानी 21 जून को विश्व संगीत दिवस और पंडित कुमार गन्धर्व की जन्म शताब्दी को ध्यान में रखते हुए संत कबीर के एक भजन ‘हीरना समझ बूझ बन चरना’ को मूकाभिनय शैली में प्रस्तुत किया गया। इस खास मौके पर बाड़मेर के लूणे खां मांगणियार ने मीरा और कबीर भजन प्रस्तुत किए। वहीं, लुधियाना से लेकसिटी घूमने आए बाल गायक आइरिश सोनी ने किशोर कुमार का गीत – ये जीवन है..इस जीवन का…यही है रंग रूप….गाकर दाद पाई। अंत में मूकाभिनय कलाकारों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश चांदवानी और प्रेरणा पंडया ने किया।
रिपोर्ट/फोटो: राकेश शर्मा ‘राजदीप’