29 को प्रताप नगर में प्रवेश, 2 को चातुर्मास कलश स्थापना
जयपुर. शाबाश इंडिया। छोटी काशी के नाम से विख्यात राजधानी जयपुर में चातुर्मास के लिए साधु-संतों के प्रवेश सम्पन्न हो रहे हैं। इसी कड़ी मे आचार्य सौरभ सागर महाराज जिनकी दीक्षा 29 वर्षो पहले आचार्य पुष्पदंत सागर महाराज के करकमलों द्वारा सम्पन्न हुई जिसके उपरांत आचार्य सौरभ सागर दिल्ली, यूपी, हरियाणा, एमपी में अपने लगातार चातुर्मास सम्पन्न करते रहे, अपने 29 चतुमार्सों मे से लगभग 24 चातुर्मास आचार्य श्री ने देश की राजधानी दिल्ली में किये समाज बंधुओं, युवाओं, महिलाओं में धर्म की विजय पताका लहराकर उन्हें धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रशस्त किया। ऐसे संत का राजधानी जयपुर की धरा पर पहली बार भव्य मंगल प्रवेश रविवार, 25 जून को होने जा रहा है। श्री पुष्प वर्षायोग समिति गौरवाध्यक्ष राजीव जैन गाजियाबाद वालों ने जानकारी देते हुए बताया कि आचार्य श्री का बुधवार को बस्सी के शर्मा फार्म हाउस पर रात्रि विश्राम हुआ, गुरुवार को दयालपुरा, शुक्रवार को चूलगिरी और शनिवार को मोहनबाड़ी जैन मंदिर में रात्रि विश्राम होगा, रविवार को मोहनबाड़ी से हवामहल आएंगे, जहां सकल जैन समाज जयपुर भव्य लवाजमें और जयकारों के साथ अगवानी करेंगे। यहां से यात्रा शोभायात्रा में तब्दील हो जाएगी जिसमें समाजबंधुओं सहित हाथी, घोड़े, बेंड-बजें आदि सम्मिलित होकर यात्रा की शोभा बढ़ाएंगे और नाचते-गाते आचार्य श्री को जौहरी बाजार, सांगानेरी गेट, बापू बाजार, न्यू गेट, अजमेरी गेट से होते हुए भट्टारक जी की नसियां में मंगल प्रवेश सम्पन्न करवाएंगे। इसके उपरांत शोभायात्रा विशाल धर्मसभा में तब्दील हो जाएगी। जहां पर मंगलाचरण, चित्र अनावरण, दीप प्रवज्जलन, पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेंट इत्यादि क्रियाओ के साथ आचार्य श्री के मंगल प्रवचन सम्पन्न होंगे।