सुनील पाटनी/भीलवाड़ा। शहर के चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित स्थानक रूप रजत भवन में वर्ष 2023 का चातुर्मास करने जा रहे मरूधरा मणि महासाध्वी श्रीजैनमतिजी म.सा. की सुशिष्या मरूधरा ज्योति महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा 6 का सोमवार दोपहर भगवान महावीर के जयकारों की गूंज के बीच धर्मनगरी भीलवाड़ा में मंगल आगमन हो गया। अजमेर रोड स्थित दिवाकरधाम से विहार कर महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. के साथ आगम मर्मज्ञ डॉ. श्रीचेतनाजी म.सा., मधुर व्याख्यानी डॉ. दर्शनप्रभाजी म.सा., तत्वचिंतिका डॉ. समीक्षाप्रभाजी म.सा., आदर्श सेवाभावी दीप्तिप्रभाजी म.सा. एवं नवदीक्षिता हिरलप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा भीलवाड़ा में सुभाषनगर विस्तार स्थित अमरचंद, ऋतुराज, अभयराज, अंकुशकुमार जैन के निवास पर पहुंचे। नगर प्रवेश पहले सोमवार सुबह होना तय था लेकिन मौसम अनुकूल नहीं होने से दोपहर में विहार हुआ। विहार मार्ग में जगह-जगह श्रावक-श्राविकाएं उनका दर्शन-अभिनंदन का लाभ लेते रहे। नगर प्रवेश के बाद महासाध्वी इन्दुप्रभाजी ने सभी श्रावक-श्राविकाओं के लिए मंगलभावनाएं व्यक्त करते हुए आशीर्वाद प्रदान किया। विहार यात्रा में भीलवाड़ा शहर के विभिन्न क्षेत्रों से प्रबुद्ध श्रावक-श्राविकाएं शामिल हुए।
श्री अरिहन्त विकास समिति चन्द्रशेखर आजादनगर के अध्यक्ष राजेन्द्र सुकलेचा, मंत्री सुरेन्द्र चौरड़िया, युवा मण्डल के मंत्री गौरव तातेड़ सहित कई पदाधिकारी भी विहार यात्रा में शामिल थे। मंत्री चौरड़िया ने बताया कि महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा सुभाषनगर विस्तार से विहार कर सोमवार शाम आरके कॉलोनी स्थित अरिहन्त भवन पहुंच गए। महासाध्वी वृन्द का प्रवचन मंगलवार सुबह 9 बजे से अरिहन्त भवन में ही होगा। अरिहन्त भवन में भी कई श्रावक-श्राविकाएं साध्वीवृन्द के दर्शन एवं आशीर्वाद पाने के लिए पहुंचे।
चातुर्मासिक मंगलप्रवेश 28 जून को
सोजत से विहार कर भीलवाड़ा पहुंचे महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश 28 जून को चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित स्थानक रूप रजत भवन में होंगा। चन्द्रशेखर आजादनगर स्थानकवासी जैन समाज में पहली बार चातुर्मास होने से क्षेत्र के जैन धर्मावलम्बियों में भी विशेष उत्साह का माहौल है। गौरतलब है कि महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. इससे पूर्व भी भीलवाड़ा में शास्त्रीनगर स्थित अहिंसा भवन, बापूनगर स्थित महावीर भवन एवं आरके कॉलोनी स्थित अरिहन्त भवन में चातुर्मास कर शहरवासियों को धर्मलाभ प्रदान कर चुके है।