विश्व शांति के लिए हवन और नवीन वेदी में विराजे श्रीजी
जयपुर। परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के मंगल आषीर्वाद से श्री दिगम्बर जैन मंदिर अंबाबाड़ी के चल रहे ़ित्रदिवसीय श्री मज्जिेनेन्द्र वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन विष्व शांति हवन व श्रीजी को नवीन वेदी में विराजमान करने के साथ हुआ। इस दौरान आयोजन में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष टीकम चंद सेठी व मंत्री सुरेष कुमार ठोलिया ने बताया कि महोत्सव अन्तिम दिन सुबह श्रीजी की शांतिधारा व अभिषेक के बाद कार्यक्रम स्थल से भगवान पाष्र्वनाथ को नगर भ्रमण कराया। भ्रमण के बाद पांडाल में विष्व शांति के लिए 21 हवन कुंडों में 108 प्रकार की हवन सामग्री से सौधर्म इन्द्र अखिल व उनकी शचि इन्द्राणी रजनी सेठी व सभी अन्य इन्द्रों और सैकड़ों श्रावकों ने हवन कुंडों में आहुतियां दी। मंदिर के संस्थापक प्रेमचंद बड़जात्या ने बताया कि संयुक्त मंत्री अशोक सौगानी ने बताया कि शाम की महाआरती का सौभाग्य विमल झांझरी परिवार को मिला। इसलिए परिवार को अम्बाबाड़ी जैन समाज उनके निवास स्थान से उन्हें बग्गियों में बिठाकर जैन मंदिर तक लेकर आये और सैकड़ों की संख्या में श्रावक श्रावकिओं ने के सानिध्य में नई वेदी में विराजित भगवान् की महाआरती की। अंत में अध्यक्ष टीकम चंद सेठी व मंत्री सुरेश ठोलीया ने सभी का आभार प्रकट जताया।