कहने से विश्व मे शांति नही होने वाली है: प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज
सुनिल चपलोत/नाथद्वारा। विश्व मे कहने व उपदेशो से संसार मे शांति की स्थापना नही होने वाली प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज ने नाथद्वारा मे मान स्मृति भवन मे मंगल प्रवेश के दौरान धर्म सभा को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व शांति चाहता है परन्तु चारों ओर अशांति फैली हुई।सभी धर्मो मे अहिंसा अस्तेय, अपरिग्रह को स्थान दिया गया है। वर्तमान में जिस प्रकार से विश्व के कई देश एक-दूसरे को खत्म करने पर तुले हुये है, उन्हें भारतीय दर्शन मे भगवान महावीर स्वामी के सिध्दातो से सीख लेने की आवश्यकता है। यदि सभी देश शांति पूर्ण सौहार्दपूर्ण और सह अस्तित्व की भावना के साथ एक-दूसरे की एकता, संप्रभुता, अखंडता का सम्मान करेंगे तो विश्व मे शांति कायम हो पाएगी इसदौरान युवाप्रणेता महेश मुनि व बालयोगी अखिलेश मुनि ने कहा कि धर्म के मार्ग से ही विश्व मे शांति की स्थापना हो पाएगी। धर्म सभा से पूर्व प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज के कांकरोली से विहार करके मान स्मृति भवन मे पधारने पर महामंत्री लक्ष्मीलाल वडाला, लोकेश धाकड़, मांगीलाल लोढ़ा, दिलीप लोढ़ा, लक्ष्मीलाल डागलिया, सम्पत लोढ़ा, अम्बालाल लोढ़ा आदि पदाधिकारियों अनेकों श्रावक श्राविकाओ के साथ उदयुपर के तारा गुरू जैन गृन्थालय देवेंद्र धाम के ट्रस्टी मानसिंह रांका, रमेश खोखावत, प्रकाश झगड़ावत आदि सभी ने गुरूभगवंतो की जयघोष के साथ अगवानी करते हुये मान स्मृति भवन मे अभिनन्दन के साथ संतो का प्रवेश करवाया। उदयपुर श्रमण संघ विहार सेवा अध्यक्ष संदीप बोलिया, लोकेश कोठारी, विजेन्द्र कोठारी, पवन महता, सुरेश जैन जितेन्द्र चपलोत आदि सभी ने विहार सेवा प्रदान की प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने बताया कि रविवार को 9 बजे से 10 बजे तक संतो के प्रवचन रहेगे।