शहर के 9 स्थानों पर लगभग 250 बच्चों की ड्रामा, डांस, पेंटिंग, क्राफ्ट, मास्क मेकिंग, स्किल डवलपमेंट, पर्सनेलिटी डवलपमेंट, डिक्शन, कॉन्फिडेंस इनक्रीज सहित करीब 24 सब्जेक्ट्स की कार्यशालाएं चलेंगी
जयपुर। जैन समाज के बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनके अंदर छिपी प्रतिभा को निखार कर बाहर निकालने और उन्हें एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से समाज श्रेष्ठी नन्द किशोर प्रमोद पहाड़िया के आशीर्वाद व सहयोग से अरिहंत नाट्य संस्था द्वारा एक ऐतिहासिक पहल की जा रही है। शहर के 9 स्थानों पर लगभग 250 बच्चों की ड्रामा, डांस, पेंटिंग, क्राफ्ट, मास्क मेकिंग, स्किल डवलपमेंट, पर्सनेलिटी डवलपमेंट, डिक्शन, कॉन्फिडेंस इनक्रीज सहित करीब 24 सब्जेक्ट्स की कार्यशाला एक साथ लगाई जा रही है जिसमें ललित कला अकादमी, जवाहर कला केन्द्र और रविन्द्र मंच के अनुभवी 15 इंस्ट्रक्टर बच्चों को खेल ही खेल में इन सारे विषयों में पारंगत करेंगे, इनका व्यक्तित्व निखारेंगे और उनकी झिझक खोल उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की सीख प्रदान करेंगे। 1 जून से 30 जून तक चलने वाली इन कार्यशालाओं में प्रत्येक सेंटर के बच्चों से एक सोशियल ड्रामा, जो कि बच्चों से ही रिलेटेड सब्जेक्ट पर होगा, तैयार किया जाएगा। 28, 29 और 30 जून को सभी 9 सेंटर्स के बच्चों द्वारा तैयार नाटकों का महावीर स्कूल के ऑडिटोरियम में मंचन किया जाएगा। साथ ही बच्चों द्वारा इस एक महीने में तैयार किये गए डांस की प्रस्तुति भी दी जाएगी। इस बीच पूरे महीने सीखे गए पेंटिंग, क्राफ्ट, आर्ट और मास्क मेकिंग से संबंधित जो भी क्रिएशन बच्चों द्वारा किया जाएगा उनकी एक विशाल एक्जीबिशन भी महावीर स्कूल में लगाई जाएगी।
कार्यशाला निर्देशक व आयोजक अजय जैन मोहनबाड़ी ने बताया की सम्पूर्ण जैन समाज मे इस तरह का आयोजन पहली बार हो रहा है, ये एक अति महत्वपूर्ण पहल है, इसलिये इस सम्पूर्ण आयोजन का नाम भी ए.आर.एल प्रजेंट्स पहल- थियेटर एंड पर्सनेलिटी डवलपमेंट वर्कशॉप रखा गया है। समाज श्रेष्ठी नंदकिशोर, प्रमोद पहाड़िया के महत्वपूर्ण आशीर्वाद और समाज के अन्य सहयोगी पुण्यार्जक श्रीमती किरण अशोक बगड़ा,डॉ. एम.एल.जैन मणि, श्रीमती आशा राजेन्द्र शाह द्वारा दिये गए सहयोग से समाज के अनेकों बच्चे इस कार्यशाला में मानसिक, सामाजिक और धार्मिक रूप से मजबूत होंगे और उनमें आया फर्क उनके पेरेंट्स को साफ नजर आएगा। कार्यक्रम की मुख्य समन्वयक श्रीमती शीला डोडिया ने बताया कि इस कार्यशाला का आयोजन जयपुर के श्री दिगम्बर जैन मंदिर चन्द्र प्रभ जी दुर्गापुरा, अनुप्रिया ए-13- 80 फ़िट रोड महेश नगर, श्री चन्द्र प्रभु दिगम्बर जैन मंदिर, सेक्टर 10 मालवीय नगर, श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, थड़ी मार्केट मानसरोवर, श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर विवेक विहार, बीकन पब्लिक स्कूल मुरलीपुरा, धूप छावं फाउंडेशन, वैशाली नगर में किया जा रहा है। साथ ही समन्वयक डॉ. वन्दना जैन व श्रीमती शालिनी बाकलीवाल ने बताया कि बच्चों में धार्मिक संस्कारो के साथ-साथ सामाजिक संस्कारो का होना भी अत्यंत आवश्यक है जिसके लिए इस कार्यशाला का आयोजन समाज के लिए ख़ुशी की बात है। इस कार्यशाला की तैयारी हम पिछले 3 महीने से कर रहे है जिसके लिए हमने जयपुर में विभिन्न संयोजकों की टीम बनाई जिनमें मुख्य है श्रीमती चन्दा सेठी, श्रीमती रेणु पांड्या, श्रीमती सुनीता पांड्या, श्रीमती अनुप्रिया जैन, श्रीमती सरला बगड़ा, श्रीमती मैना देवी जैन, श्रीमती रौनक जैन, श्रीमती शिल्पी बगड़ा, श्रीमती अलका जैन, श्रीमती नीता जैन, श्रीमती भवंरी देवी जैन, श्रीमती कल्पना जैन, श्रीमती गुंजन जैन, श्रीमती वैशाली जैन, श्रीमती अंजना जैन, श्रीमती विनीता चौधरी जैन, राजेश चौधरी, हरक चंद जैन, विजय चंद कासलीवाल, हरिशंकर जैन, विमलेश राणा शामिल है। साथ ही कार्यक्रम को भव्य स्तर पर करने के लिए विभिन्न सहयोगी संस्थाओं श्री चंद्र प्रभ दुर्गापुरा ट्रस्ट, त्रिशला महिला संभाग दुर्गापुरा, श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति युवा संभाग महेश नगर इकाई, पार्श्वनाथ महिला संभाग, थड़ी मार्केट, श्री चन्द्रप्रभु प्रबंध कार्यकारिणी कमेटी सेक्टर 10 मालवीय नगर, महिला मण्डल व अंजना सम्भाग विवेक विहार का भी हमे सहयोग मिला। लेखक और निर्देशक तपन भट्ट ने बताया कि इस ऐतिहासिक वर्कशॉप के पूर्व इन तक बच्चों को खेल ही खेल में सारे विषयों को सिखाने के लिए जिन इंस्ट्रक्टर का चुनाव किया गया उन्हें लगभग 7 दिन जवाहर कला केंद्र से जुड़े विशेष टीचर वरिष्ठ रंगकर्मी विशाल भट्ट द्वारा ट्रेंड किया गया ताकि वो अधिक बेहतर तरीके से बच्चों को समझ सकें और उन्हें सिखा सकें।