जयपुर। ज्येष्ठ शुक्ला पंचमी यानी आज ही के दिन आचार्य भगवंत धरसैन स्वामी ने पूरे जगत पर असीम अनुकंपा बरसाते हुए दो आचार्य भगवन्तो को श्रुत ज्ञान का अभ्यास कराते हुए महावीर वाणी को लिपिबद्ध कराया ।इसी उपलक्ष्य में आज राजस्थान जैन साहित्य परिषद के द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत जिनवाणी रथ यात्रा निकाली गई। जिनवाणी रथ यात्रा का जुलूस श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर दड़ा बाजार से आरंभ होकर विभिन्न मार्गों से होता हुआ महावीर पार्क के पास श्री दिगंबर जैन मंदिर संघीजी में पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हो गया। उक्त जानकारी देते हुए परिषद के मंत्री हीराचंद बैद ने बतायाआज की रथ यात्रा जुलूस में रथ के सारथी के रूप में विजय कुमार जैन, नीरज जैन, विकास जैन विराजमान हुए। ग्रंथ राज षट्-खण्डागम को लेकर रथ पर प्रतिष्ठापित करते हुए भाग चंद्र बाकलीवाल मित्रपुरा वाले विराजे। परिषद के अध्यक्ष डॉ. विमल कुमार जैन शास्त्री ने बताया धर्म सभा में पूनमचंद अभिषेक बैनाड़ा स्वीट हाऊस ने धर्म सभा में दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आज के समारोह की मुख्य अतिथि श्रीमती निशा शाह थी तथा अध्यक्षता श्रीमती अंजलि पाटनी ने की। बाल ब्रह्मचारिणी अनीता दीदी का मंगल उद्बोधन हुआ। छोटे-छोटे बच्चों ने नृत्य के द्वारा मनमोहक प्रस्तुति से मंगलाचरण किया। इस अवसर पर श्री महावीर जी अतिशय क्षेत्र के मानद मंत्री महेंद्र पाटनी सहित समाज के गणमान्य व्यक्ति महानुभाव उपस्थित थे। सभा के अंत में राजस्थान जैन साहित्य परिषद के संयुक्त मंत्री एवं इस त्री दिवसीय कार्यक्रम के संयोजक पंडित रमेश गंगवाल ने सभी आमंत्रित महानुभाव एवं श्रावकों का एवं श्री दिगंबर जैन मंदिर संघीजी प्रबंध कमेटी तथा श्री दिगंबर जैन मंदिर बड़ा मंदिर कमेटी व पुलिस प्रशासन आदि का आभार व्यक्त किया।