विवेक पाटोदी/सीकर। जैन धर्म के सोलहवें तीर्थंकर देवाधिदेव श्री 1008 शांतिनाथ भगवान का गुरुवार, ज्येष्ठ कृष्णा चतुर्दशी, वीर संवत 2549 दिनांक 18 मई, 2023 को जन्म, तप और मोक्ष कल्याणक भक्तिभाव पूर्वक शहर के सभी जैन मंदिरों में मनाया गया। समाज के विवेक पाटोदी ने बताया कि जैन धर्मावलंबियों हेतु अति महत्वपूर्ण अवसर है जब एक तीर्थंकर के एक साथ तीन-तीन कल्याणक महोत्सव है। इस अवसर पर बावड़ी गेट स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन बीस पंथ आम्नाय बड़ा मंदिर, जाटिया बाज़ार स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन तेरह पंथ आम्नाय जैन मन्दिर दीवान जी की नसियां, बजाज रोड़ स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन तेरह पंथ आम्नाय नया मंदिर, श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर दंग की नसियां सहित सभी जैन मंदिरों में विशेष अभिषेक, शांतिधारा के पश्चात शान्ति विधान व विशेष पूजन आदि मांगलिक कार्यक्रम हुए। बीस पंथ आम्नाय कमेटी मंत्री अजीत जयपुरिया ने बताया कि प्रातः बड़ा मन्दिर जी मे भगवान शांतिनाथ के अभिषेक व वृहद शांतिधारा हुई। इसके पश्चात विशेष पूजन व श्री शांतिनाथ मण्डल विधान का आयोजन हुआ। हुक्मीचंद गंगवाल ने बताया कि इस अवसर पर प्रातः दंग की नसियां मन्दिर में प्रातः पंचामृत अभिषेक व दुग्ध शांतिधारा की गई व सायंकाल 48 दीपकों से भक्तामर पाठ व महाआरती की गई। तेरह पंथ आम्नाय नया मन्दिर कमेटी मंत्री पवन छाबड़ा ने बताया कि प्रातः अभिषेक व वृहद शांतिधारा के पश्चात शांतिनाथ मण्डल विधान का आयोजन किया गया, पण्डित जयंत शास्त्री द्वारा यह विधान करवाया गया। इस दौरान सभी जैन मंदिरों में सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित रहे।