पारस जैन पार्श्वमणि/अयोध्या (उत्तर प्रदेश)। साधना मादावत के निर्देशन में भरतस्य भारतम महानाट्य महामंचन तीर्थंकरों की शाश्वत जन्मभूमि अयोध्या में परम् पूज्य गणिनी आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी ससंघ के पावन सानिध्य में हुए पंचकल्याणक महामहोत्सव व महामस्तकाभिषेक महामहोत्सव के अंतर्गत चक्रवर्ती भरत की जीवनगाथा पर आधारित महानाट्य भरतस्य भारतम का लाइट एंड साउंड द्वारा महामंचन किया गया। भारत देश का नाम ऋषभ पुत्र भरत के नाम पर ही पड़ा।
ये महामंचन रँगशाला अकादेमी इंदौर के कलाकारों द्वारा निर्देशिका साधना मादावत के निर्देशन में किया गया। जैन समाज की अनमोल रत्न साधना मादावत जैन, जैन समाज की प्रबुद्ध हस्ती है आप पूरे देश मे जैन गाथाओं, कथाओं और नाट्य रूप में महामंचन कर आज की युवा व बाल पीढ़ी को सांस्कृतिक माध्यम से धर्म से जोड़ने का भागीरथी प्रयास कर बच्चो में सद संस्कारों का बीजारोपण कर रही हैं। बैंड बाजों बग्घी के साथ निकली भरत की दिग्विजय यात्रा के दृश्य अपनी9अपनी अमिट छाप छोड़ गए।
सम्पूर्ण नाट्य कथानक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि कोटा ने बताया कि इस प्रस्तुति की बहुत सराहना की गई। कलाकारों ने अपने अभिनय से नाटक में जीवन्तता भर दी। श्रीमती मधु वेद इलैशा जैन, अनिल, प्रियंका, विपुल जैन, यश, प्रकाश, लीना, रुपाली तपस्या, पल्लवी, किशन, जयवी, शान्तनु, मनीष काला, आयुष अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। पूज्य स्वामी जी श्री रविन्द्र कीर्ति जी द्वारा सभी का सम्मान किया गया।