मुनि शुद्धसागर ने कलेक्ट्रेट पर किया धर्मसभा को सम्बोधित
कोटा । कोटा शहर के श्वेतांबर और दिगम्बर जैन समाज के सभी घटकों की एक साथ एक बैनर के नीचे सम्मेदशिखर तीर्थ के संरक्षण,अक्षुणता और पवित्रा कायम रखने हेतु विशाल रैली शहर के विभिन्न मार्गों से निकलकर जिला कलक्ट्रेट कार्यालय पर पहुँची। सकल जैन समाज प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि रैली में हजारों की संख्या में महिला,पुरुष,युवक,युवतियाँ, स्कूली बच्चे शामिल रहे। सकल दिगम्बर जैन समाज समिति के अध्यक्ष विमल जैन नांता, ओसवाल जैन समाज के पंकज मेहता,अशोक जैन,नरेंद्र लोढ़ा, लोकेंद्र डांगी आदि ने रैली को सफल बनाने के लिए श्वेतांबर एवं दिगम्बर जैन समाज के सदस्यों से 2 दिन पूर्व सामूहिक अपील कर शहर में आधे दिन सुबह से दोपहर तक समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने का आग्रह किया था। बुधवार को झारखंड सरकार की अनुशंसा पर भारत सरकार द्वारा जारी गजट नोटिफिकेशन के तहत सम्मेदशिखर तीर्थ को पर्यटन स्थल घोषणा को वापिस लेने
हजारों युवक,युवतियों,महिलाओं के अलावा स्कूली बच्चे स्कूल की छुट्टी रखकर आंदोलन में पहुंचे। कोटा के समग्र जैन समाज द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,केंद्रीय पर्यावरण,पर्यटन मंत्री एवं झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम कोटा जिला कलक्टर ओ पी बुनकर को ज्ञापन सौंपते हुए जैन समाज के पक्ष में त्वरित निर्णय लेने और सम्मेदशिखर तीर्थ को पर्यटन नही अपितु सम्पूर्ण क्षेत्र परिधि को अहिंसक क्षेत्र घोषित करने की मांग की है।
सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि लगभग 20 हजार से अधिक समाजबंधु रैली में शामिल हुए। मुनि शुद्ध सागर जी महाराज ससंघ तलवंडी से सीधे विहार कर कलेक्ट्रेट पहुंचें। जहाँ धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होनें केंद्र एवं झारखण्ड सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जैन समाज अहिंसक समाज है देश की अहिंसक संस्कृति का सम्मान करते हुए तुरन्त प्रभाव से सम्मेदशिखर को मात्र पावन तीर्थ एवं अहिंसक नगरी घोषित कर देना आवश्यक है । रैली में कॉंग्रेस नेता अमित धारीवाल,पंकज मेहता,मनोज टोंग्या,विकास अजमेरा,महामंत्री विनोद जैन टोरडी,कार्याध्यक्ष जे के जैन,मनोज जैन आदिनाथ, रितेश सेठी,लोकेंद्र डांगी,विजय दुगेरिया,संजय बोथरा, नरेंद्र लोढ़ा, जगदीश जिंदल,राजाराम (रावण सरकार) अरुण भार्गव ,प्रकाश बज,रितेश सेठी आदि उपस्थित रहे। समाज के लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार का पर्यावरण,वन और पर्यटन मंत्रालय और झारखंड सरकार जब तक जैन समाज के पक्ष में निर्णय नही करते तब तक समाज द्वारा आंदोलन जारी रहेगा। आवश्यकता पड़ी तो हजारों की संख्या में समाज के लोग सम्मेदशिखर और दिल्ली कूच के लिए भी तैयार है। उक्त समस्त जानकारी राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार ने प्रदान की ।