Sunday, November 24, 2024

सुंदर स्वभाव के मालिक बनों : मुनि श्री विशल्य सागर जी

झुमरीतिलैया। प्रातः श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में परम पूज्य मुनि श्री 108 विशल्य सागर जी महाराज के परम सानिध्य में मगसिर अमावस्या को विश्व शांति प्रदाता देवाधिदेव 1008 श्री शांति नाथ भगवान की प्रतिमा पर अभिषेक एवं शांतिधारा समाज के पदाधिकारी गण ने किया । इसके पश्चात मुनि श्री का पाद प्रक्षालन किया । धर्म सभा मे मुनि श्री ने मंगल उदबोधन मे कहा कि सुंदर स्वभाव के मालिक बनों । हमारे जीवन में प्रगति कैसे हो ,कैसे ऊँचाई को पाएँ।उन्नति जीवन का सूत्र होना चाहिए ,अवनति का नहीं।सात राजू हम चलकर आ गए अब वापिस नहीं लौटना।जब सात राजू हमने यात्रा कर ही ली तो शेष सात राजू और बचा उसे पार करना है न कि वापिस लोटना । संकल्प कर लो जीवन में तो सारे काम आसान हो जाएंगे ।जीवन में सफलता का राज्य यही है ,संकल्प बहुत बड़ी चीज है संकल्प जीवन में प्रतिभा को जगाता है ,संकल्प जीवन को महान बनाता है जितने भी महापुरुष हुए वो संकल्प से हुए।
पू. गुरुदेव ने अपने उद्बोधन में कहा कि साधना का मार्ग ,आराधना का मार्ग bill power पर टिका है परिस्थति सामने कितनी भी बढ़ी खड़ी हो लेकिन मनः स्थिति नहीं बदलना ही सबसे बड़ी साधना है।प्रथमानुयोग (धर्म)का स्वाध्याय करने से bill power बढ़ता है।संघर्ष को जो संग + हर्ष के साथ लेकर चलता है वह संघर्ष है।एक नदी सागर बन जाती है संघर्ष के साथ,संकल्प के साथ। एक झरना भी नदी बन जाती है संकल्प के साथ,संघर्ष के साथ।जीवन को विराट बनाने के लिए समतामयी संघर्ष है एक बूँद भी सागर बनती है संघर्ष से। परिस्थिति का well come करेंगे तो कम हो जाएँगी।जीवन में उजाला को पाना है,अच्छा बनाना है तो स्वयं को देखो,स्वयं को लिखना सीखो ।स्वयं की कमजोरी देखोंगे तो कामयाबी मिलेगी।कमी एक व्यक्ति में दिख जाएँ तो उससे बात कर लो।यदि दुनिया में कमी दिख जाए तो खुद से बात कर लो।कभी -कभी खुद पर उगुँली उठाना सीखों तुम खुद खोदोंगे तो खुदा बन जाओंगे।गुरु के पास लघु बनके जाओंगे तो रघु ( प्रभु )बन जाओंगे।उच्चासन उच्च व्यक्ति को मिलता है ।उच्चासन पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।उच्चासन पाने के लिए उच्च आचरण चाहिए। एक व्यक्ति गुलाब के पास से गुजरा तो बोला कितने काँटे है,वही व्यक्ति थोड़ा आगे बढ़ा तो सामने समुद्र दिखा तो बोला तुम तो गहरे हो पर पानी खारा है फिर आगे बढा तो कोयल को देखा तो बोला तुम्हारी आवाज तो मीठी पर तुम काली हो । यही आदत अच्छे स्वभाव के मालिक नहीं बनने देती ।इस अवसर पर समाज के सभी महिला और पुरुष उपस्थित थे ।

कोडरमा मीडिया प्रभारी नविन जैन, राज कुमार अजमेरा

- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article