भीलवाड़ा। प्रकाश पाटनी । चंद्रशेखर आजाद नगर स्थित आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आर्यिकारत्न चिन्मयमति माताजी एवं क्षुल्लिका चेतनमति माताजी का भव्य पिछी परिवर्तन समारोह उत्साह पूर्वक संपन्न हुआ । इस अवसर पर चिन्मयमति माताजी ने धर्म देशना में कहा कि चातुर्मास के दौरान समाज के श्रावक- श्राविकाओ ने धर्म के कार्यक्रमों से जुड़े रहे एवं भक्ति आराधना में अपना पूरा समय दिया , जो सराहनीय है। पीछि परिवर्तन प्रभावना की दृष्टि से किया जाता है। पिछीसंयम का उपकरण होता है। पीछि की कोमलता, मधुता मार्जन करने के लिए किया जाता है। जिन्हें पुरानी पिछी दी जाती है उन्हें नियम संयम की पालना की जिम्मेदारी पूर्वक निभाया जाता है। सम्यक मजबूत होता है। भाव से बन्धता है। चारित्र रत्न का प्रतीक है। पिछी में 12 घिटिया होती है जो 12 भाव का चिंतन करता है। माताजी ने कहा कि कमंडल सोच का उपकरण होता है। लेकिन उसके जल को मंत्रों द्वारा असाध्य रोग बीमारी को दूर करता है। इसमें तपस्या का प्रभाव होता है। जिनवाणी ज्ञान का उपकरण होता है।
इस दौरान दिनेश कुमार जैन ,राकेश लुहाडिया, मधु जैन, इंदिरा झाझरी, उषा पाटोदी, रेखा सोगानी, मोनिका, दर्शना पहाड़िया, पारस देवी झाझरी ने नई पिछी माताजी को प्रदान की । अशोक कुमार, सुशीला बाकलीवाल एवं नेमीचंद, लाड देवी को पुरानी पिछी प्राप्त करने का सौभाग्य मिला।
जिन महिला मंडल एवं ऋषभदेव मंडल ने माताजी को कमंडल प्रदान किया। दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा के प्रकाश पाटनी, श्रीमती विमला पाटनी, आदिनाथ महिला मंडल, एवं अभय कुमार, स्नेहलता नरेंद्र कुमार छाबड़ा परिवार ने माता जी को वस्त्र भेंट किए। पारस कुमार दर्शना गौरव करिश्मा पूनम पहाड़िया परिवार ने माताजी को शास्त्र भेंट किए। इससे पूर्व चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, आदिनाथ महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण, बालक – बालिकाओं द्वारा भक्ति नृत्य आदि कार्यक्रम किए गए। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष भेरूलाल बडजात्या ने सभी का आभार व्यक्तकिया । मंच का संचालन भाग चंद शाह एवं नंदलाल झाझरी ने किया। लादू लाल झाझरी ने बताया कि चारित्र शुद्धी महामंडल विधान मंदिर प्रांगण में चिन्मयमति माताजी ससंघ के सानिध्य में 1 नवंबर से 8 नवंबर 2022 तक प्रातः 8:00 बजे से प्रारंभ होगा ।