Saturday, September 21, 2024

भगवान महावीर 2550 वां निर्वाणोत्सव अहिंसा रथ का जयकारों के बीच हुआ प्रवर्तन

राज्यपाल कलराज मिश्र ने भट्टारक जी की नसियां से किया रवाना
अगले वर्ष दीपावली पर पहुंचेगा दिल्ली, प्रधानमंत्री करेंगे अगवानी

70हजार किलोमीटर घूमेगा पूरे देश में
जयपुर । वर्ष 2023 में भगवान महावीर का 2550 वां निर्वाणोत्सव पूरे विश्व में विशाल स्तर पर मनाया जाएगा। इस मौके पर पूरे वर्ष विश्वभर में आयोजन होंगे। इसी कड़ी में भगवान महावीर के सिद्धांतों जीओ और जीने दो,अहिंसा,सत्य, शाकाहार, पर्यावरण संरक्षण, सहिष्णुता को जन जन तक प्रसारित करने हेतु जयपुर के भट्टारक जी की नसियां से राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने आचार्य सुनील सागर जी महाराज , आचार्य निश्चय सागर, आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में भगवान महावीर 2550 वहां निर्वाणोत्सव अहिंसा रथ को जैन ध्वज दिखाकर एवं दीप प्रज्जवलन कर जयकारों के बीच रवाना किया। इससे पूर्व अहिंसा रथ प्रवर्तन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें आचार्य सुनील सागर ने कहा कि वर्तमान में वर्धमान एवं उनके सिद्धांतों की महति आवश्यकता है।अगर विश्व में शांति चाहिए तो अहिंसा, शाकाहार को अपनाना होगा।आज हिन्दू, मुस्लिम,जैन,सिख बनने की नहीं अपितु अच्छा इंसान बनने की आवश्यकता है। मनुष्य दिगम्बर अवस्था में आता है और दिगम्बर ही चला जाता है।अत: धार्मिक आयोजनों के साथ मानव सेवार्थ गतिविधियां अवश्य की जानी चाहिए।गौ हत्या पर रोक लगाई जाए। संस्कारों का विकास हो, शिक्षा में परिवर्तन होना चाहिए। राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपने उदबोधन में कहा कि गुरुओं एवं महापुरुषों के शब्द मंत्रों का काम करते हैं। आचार्य सुनील सागर के शब्द हमारी नकारात्मक था दूर करेंगे। भगवान महावीर के सिद्धांतों को पूरी दुनिया को अपनाने चाहिए।नर बलि,पशु बलि बंद होनी चाहिए। भगवान महावीर के सिद्धांतों जीओ और जीने दो, अहिंसा, अपरिग्रह, शाकाहार आदि का अहिंसा रथ के माध्यम से पूरे देश में लोगों को शिक्षित करेगा। व्यवहार कुशलता, चारित्रिक ढर्ढता से पूरे देश में सत्य, अहिंसा, सदाचार, शाकाहार का संदेश देगा एवं भाईचारा कायम करेगा। भट्टारक जी की नसियां में होगा। इस मौके पर श्री भगवान महावीर 2550 वां निर्वाण महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ मणीन्द्र जैन , श्वेताम्बर जैन आचार्य लोकेश मुनि, आचार्य शैलेष,भारतीय विदेश नीति परिषद एवं भारतीय भाषा सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश वैदिक, मौलाना आजाद नेशनल ऊर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद के पूर्व कुलपति फिरोज बख्त अहमद, जैन इंटरनेशनल आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष घेवर चन्द बोहरा ने भी सम्बोधित करते हुए अहिंसा रथ के देश भ्रमण की अनुमोदना की एवं देश में शांति, अहिंसा, शाकाहार, भाईचारा बढ़ाने एवं कायम रखने में इस रथ के प्रवर्तन की महति आवश्यकता बताई। आचार्य श्री ने अहिंसा रथ प्रवर्तन शुभारंभ के लिए आशीर्वाद दिया।


रथ प्रवर्तन शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल कलराज मिश्र थे। अध्यक्षता श्री दिगम्बर जैन महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मणीन्द्र जैन ने की।इस मौके पर दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी के अध्यक्ष एडवोकेट सुधांशु कासलीवाल,मानद् मंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी,देव प्रकाश खण्डाका, राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन, प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा,श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष शीला डोड्या,राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा कोन्सिल के सदस्य डॉ निर्मल जैन, मनीष बैद, भगवान महावीर 2550वां निर्वाण महोत्सव समिति के मुख्य संयोजक अजित कासलीवाल, पत्रकार विपिन गुप्ता एवं कमल पाटनी सहित सभी धर्मों के धर्म गुरु, बड़ी संख्या में विद्वान,लेखक,विचारक उपस्थित थे।मंच संचालन शालिनी बाकलीवाल ने किया। राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ‘कोटखावदा’ ने बताया कि रविवार को दोपहर 1 बजे रथ प्रवर्तन शुभारंभ हुआ इस मौके पर सभी धर्मों के धर्म गुरु व गणमान्य लोग उपस्थित थे। डॉ मणीन्द्र जैन ने बताया कि यह रथ देश के प्रमुख शहरों, कस्बों एवं गांवों में लगभग 70हजार किलोमीटर की अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूर्ण करेगा, जिससे भगवान महावीर को “जन जन के महावीर”बनानें में मील का पत्थर साबित होगा। इस रथ के राष्ट्र भ्रमण के द्वारा 10करोड जैनेतर समाज में तीर्थकरों द्वारा उपदेशित जैन धर्म की जन जन का जीवन सुखमय बनाने के लिए प्रमुख बातें तथा जैन समाज के द्वारा देश और सर्व समाज के लिए किए जा रहे कार्यों के प्रति जागरूकता पैदा कर अहिंसा, शाकाहार, पर्यावरण तथा भगवान महावीर के प्रमुख सिद्धांत “जीओ और जीने दो” का प्रचार प्रसार देश भ्रमण के दौरान किया जाएगा।आचार्य सुनील सागर जी महाराज , आचार्य निश्चय सागर, आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में भगवान महावीर 2550 वहां निर्वाणोत्सव अहिंसा रथ को जैन ध्वज दिखाकर एवं दीप प्रज्जवलन कर जयकारों के बीच रवाना किया।


इससे पूर्व अहिंसा रथ प्रवर्तन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें आचार्य सुनील सागर ने कहा कि वर्तमान में वर्धमान एवं उनके सिद्धांतों की महति आवश्यकता है।अगर विश्व में शांति चाहिए तो अहिंसा, शाकाहार को अपनाना होगा।आज हिन्दू, मुस्लिम,जैन,सिख बनने की नहीं अपितु अच्छा इंसान बनने की आवश्यकता है। मनुष्य दिगम्बर अवस्था में आता है और दिगम्बर ही चला जाता है।अत: धार्मिक आयोजनों के साथ मानव सेवार्थ गतिविधियां अवश्य की जानी चाहिए।गौ हत्या पर रोक लगाई जाए। संस्कारों का विकास हो, शिक्षा में परिवर्तन होना चाहिए। राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपने उदबोधन में कहा कि गुरुओं एवं महापुरुषों के शब्द मंत्रों का काम करते हैं। आचार्य सुनील सागर के शब्द हमारी नकारात्मक था दूर करेंगे। भगवान महावीर के सिद्धांतों को पूरी दुनिया को अपनाने चाहिए।नर बलि,पशु बलि बंद होनी चाहिए। भगवान महावीर के सिद्धांतों जीओ और जीने दो, अहिंसा, अपरिग्रह, शाकाहार आदि का अहिंसा रथ के माध्यम से पूरे देश में लोगों को शिक्षित करेगा। व्यवहार कुशलता, चारित्रिक ढर्ढता से पूरे देश में सत्य, अहिंसा, सदाचार, शाकाहार का संदेश देगा एवं भाईचारा कायम करेगा। भट्टारक जी की नसियां में होगा। इस मौके पर श्री भगवान महावीर 2550 वां निर्वाण महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ मणीन्द्र जैन , श्वेताम्बर जैन आचार्य लोकेश मुनि, आचार्य शैलेष,भारतीय विदेश नीति परिषद एवं भारतीय भाषा सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश वैदिक, मौलाना आजाद नेशनल ऊर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद के पूर्व कुलपति फिरोज बख्त अहमद, जैन इंटरनेशनल आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष घेवर चन्द बोहरा ने भी सम्बोधित करते हुए अहिंसा रथ के देश भ्रमण की अनुमोदना की एवं देश में शांति, अहिंसा, शाकाहार, भाईचारा बढ़ाने एवं कायम रखने में इस रथ के प्रवर्तन की महति आवश्यकता बताई।


आचार्य श्री ने अहिंसा रथ प्रवर्तन शुभारंभ के लिए आशीर्वाद दिया।
रथ प्रवर्तन शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल कलराज मिश्र थे। अध्यक्षता श्री दिगम्बर जैन महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मणीन्द्र जैन ने की।इस मौके पर दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी के अध्यक्ष एडवोकेट सुधांशु कासलीवाल,मानद् मंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी,देव प्रकाश खण्डाका, राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन, प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा,श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष शीला डोड्या,राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा कोन्सिल के सदस्य डॉ निर्मल जैन, मनीष बैद, भगवान महावीर 2550वां निर्वाण महोत्सव समिति के मुख्य संयोजक अजित कासलीवाल, पत्रकार विपिन गुप्ता एवं कमल पाटनी सहित सभी धर्मों के धर्म गुरु, बड़ी संख्या में विद्वान,लेखक,विचारक उपस्थित थे।मंच संचालन शालिनी बाकलीवाल ने किया। राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ‘कोटखावदा’ ने बताया कि रविवार को दोपहर 1 बजे रथ प्रवर्तन शुभारंभ हुआ इस मौके पर सभी धर्मों के धर्म गुरु व गणमान्य लोग उपस्थित थे। डॉ मणीन्द्र जैन ने बताया कि यह रथ देश के प्रमुख शहरों, कस्बों एवं गांवों में लगभग 70हजार किलोमीटर की अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूर्ण करेगा, जिससे भगवान महावीर को “जन जन के महावीर”बनानें में मील का पत्थर साबित होगा। इस रथ के राष्ट्र भ्रमण के द्वारा 10करोड जैनेतर समाज में तीर्थकरों द्वारा उपदेशित जैन धर्म की जन जन का जीवन सुखमय बनाने के लिए प्रमुख बातें तथा जैन समाज के द्वारा देश और सर्व समाज के लिए किए जा रहे कार्यों के प्रति जागरूकता पैदा कर अहिंसा, शाकाहार, पर्यावरण तथा भगवान महावीर के प्रमुख सिद्धांत “जीओ और जीने दो” का प्रचार प्रसार देश भ्रमण के दौरान किया जाएगा।

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