क्या कभी वैद्य द्वारा किया गया इलाज डॉक्टर के इलाज से बेहतर हो सकता है?…

मरीज की जुबानी

जी मैं अपना खुद का अनुभव यहां लिख रही हूं।

मेरी खुद की माता जी जोड़ों के दर्द से ग्रसित थी जिनका हमने बहुत जगह इलाज करवाया, एक से बढ़ कर एक बड़े डॉक्टर को दिखाया , एक से बढ़ कर एक हॉस्पिटल के चक्कर लगाए, लाखों रुपए खर्च किए लेकिन कोई असर नहीं हुआ।

मेरी शादी के बाद मेरी ससुराल में भी माता जी को यही शिकायत थी बढ़ती उम्र में शायद हर महिला को इस समस्या का सामना करना पड़ता है, यहां भी डॉक्टर को दिखाया पर कोई आराम नहीं। फिर हमें एक वैद्य जी के बारे में पता चला जिन्होंने कुछ देसी जड़ी बूटियां एक पेज पर लिख कर दी , जिन्हें घर में भी बनाया जा सकता है, आज मैं वो दवाई इस मंच पर सबके साथ शेयर कर रही हूं शायद इससे सबकी मदद हो जाए, जिस भी महिला ने इसका इस्तेमाल किया है उन्हें सर दर्द में बहुत आराम मिला है ।साथ में डा पीयूष त्रिवेदी जी का एक्यूप्रेशर उपचार लिया और आज भी उन पॉइंट्स को दबा रही हूं।

अगर आप हर जगह दवाई लेकर हार चुके हैं तो इस नुस्खे को आजमाए….

सामग्री :

दाल चीनी 5 ग्राम

अलसी 50 ग्राम

काली मिर्च 50 ग्राम

मगज 50 ग्राम

मिश्री 50 ग्राम

तेज पत्ता 50 ग्राम

अखरोट 50 ग्राम

बनाने की विधि : इन सभी सामग्री को एक साथ पीस लें।

लेने की विधि: खाली पेट इसका एक चम्मच खाना है तथा इसको लेने के एक घंटे बाद ही कुछ खाना है, एक महीने नियमित सेवन से लाभ होगा ।

दवा लेने के बाद एक गिलास दूध ले सकते हैं।

यह विधि मैंने मदद के लिए यहां शेयर की है ज्ञान बांटने से बढ़ता है, यदि आप किसी को इससे लाभ हो तो जरूर बताएं और अपने मित्रों और जानने वालों को भी बताएं, आप इसके इस्तेमाल या ना इस्तेमाल के लिए पूर्णत स्वतंत्र हैं। तो मेरे अनुभव से शायद कभी कभी वैद्य लोगो का अनुभव डॉक्टर्स से अच्छा हो सकता है और शायद वो पैसा ना कमा कर सच में लोगों की मदद करना चाहते हो तो लोगों को वैद्यों के द्वारा सही होते हुए देखा है।

धन्यवाद।