Saturday, November 23, 2024

45 जैन श्रावको ने किए चारदिवारी स्थित प्राचीन जैन मन्दिरों के दर्शन

जयपुर। 45 श्रद्धालुओं के एक दल ने श्रावक श्रेष्ठि हीरा चन्द बैद के नेतृत्व में दो दिन तक लगातार प्रातः 7 बजे से दोपहर 11 बजे तक जैन काशी गुलाबी नगरी जयपुर के चार दीवारी मे जौहरी बाजार क्षेत्र के 26 बडे एवं प्राचीन दिगम्बर जैन मन्दिरों की वन्दना की । प्रातः सभी दर्शनार्थि बापू नगर के पंडित टोडरमल स्मारक भवन में सीमंधर स्वामी के दर्शन करके जौहरी बाजार पहुंचें। पहले दिन सभी साधर्मियों ने पारसनाथ स्वामी का मन्दिर, खवास जी का रास्ता, 18 महाराज का मन्दिर एवं विजय पाण्ड्या का मन्दिर , पानों का दरिबा, बक्शी जी का मन्दिर, बक्शी जी का चोक, मुशरफों का मन्दिर, मुशरफों का चोक, लूणकरण जी पाण्ड्या का मन्दिर, ठाकुर पचेवर का रास्ता, गोधों का मन्दिर एवं वास गौधों का मन्दिर, गौधों का चोक यहां पर श्रीमती सुधा गोधा ने सभी का स्वागत किया, दरोगा जी का मन्दिर ऊंचा कुआं, हल्दियों का रास्ता, गुमानी राम जी का मन्दिर, फागी का मन्दिर,गौधों का मन्दिर नागोरियों‌ का चोक, बधीचन्द जी का मन्दिर, ठोलियों का मन्दिर, घी वालों का रास्ता के मन्दिरों के दर्शन करके प्रसन्नता व्यक्त की एवं अपने आप को धन्य माना । ठोलियों की धर्मशाला में यात्रा के सह संयोजक पवन बज के संयोजन में सभी ने स्वल्पाहार का आनन्द लिया। तत्पश्चात बड़े मन्दिर जिसे पं. टोडरमल जी के मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है के दर्शन कर सभी अभिभूत हुए ।इस एतिहासिक मन्दिर में सभी ने बहुत उत्साह से पंडित टोडरमल जी के प्रवचन वाली गद्दी के समक्ष फोटो खिंचवायें।अभी वर्तमान में बहुत ही लोकप्रिय युवा विद्वान देश विदेश में अनेक उपाधियों से सम्मानित डा.संजीव जी गोधा नियमित रूप से यहां आचार्यकल्प पंडित टोडरमल जी की प्रवचन वाली गद्दी पर बैठ कर प्रवचन करते हैं । देश- विदेश के सैंकडों श्रद्बालु आनलाइन जुड़ कर गोधा जी के प्रवचन से धर्म लाभ प्राप्त करतें हैं।


इसी क्रम में दूसरे दिन रविवार को सभी दर्शनार्थि सबसे पहले चाकसू के चोक घीवालों के रास्ते में चाकसू के मन्दिर एवं बूचरों के मन्दिर के दर्शन करके दाई की गली में कोडीवालों की हवेली में कोडीवालों के चैत्यालय पंहूचें यहां पर प्रसिद्ध समाज सेवी अरूण कोडीवाल ने हीरा चन्द बैद, पवन बज, सुशील जैन, नवीन जैन, सुनील बज , राजेन्द्र कुमार बैद का स्वागत किया तथा यहां के मूल नायक भगवान सम्भव नाथ स्वामी के चमत्कार के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रतिमा आकाश मार्ग से कैसे आई और विभिन्न मान्यताओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की उन्होंने बताया कि पूरे देश – विदेश में यहां का प्रचार करने में पत्रकार हीरा चन्द बैद का बहुत बड़ा योगदान है, इसी वजह से यहां विभिन्न चैनल वाले आकर इतिहास को दर्ज करके वीडियो बना कर प्रसारित कर रहें हैं। तभी से यहां दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है । चैत्यालय कमेटी द्वारा हीरा चन्द बैद का आभार व्यक्त किया।


भगवान सम्भवनाथ के जयकारों के साथ यहां से मोतिसिंह भोमियों के रास्ते में 24 महाराज के मन्दिर, लाडीबाई जी का मन्दिर, मारू जी के चोक में मारू जी का मन्दिर, नये बैराठियों के मन्दिर, चौधरियों के मन्दिर और अन्त में निगोतियों के मन्दिर के दर्शन करने के पश्चात शिवजी राम भवन में मनोज जैन, सुनील बज के संयोजन में सभी ने अल्पाहार किया व जैन मन्दिर वन्दना यात्रा के संयोजक व सह संयोजक हीरा चन्द बैद व पवन बज का आभार व्यक्त करते हुए सभी की तरफ से दिलिप जैन ने समय की अनुकूलता के अनुसार किशनपोल व चांदपोल क्षेत्र के मन्दिरों के दर्शन कराने का अनुरोध किया। अन्त में यात्रा के आयोजकों ने सभी का धन्यवाद किया।

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