विमल जोला/निवाई। जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज एवं क्षुल्लक अकम्प सागर महाराज के सानिध्य में जैन बिचला मंदिर पर संगीतमय सुपार्श्वनाथ महामण्डल विधान का आयोजन हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने मण्डप पर गाजे बाजे से 132 श्री फल अर्ध्य चढ़ाकर आराधना की। चातुर्मास कमेटी के प्रवक्ता विमल जौंला एवं राकेश संधी ने बताया कि सुपार्श्वनाथ विधान से पूर्व पण्डित अशोक जैन धानी जबलपुर के निर्देशन में मूलनायक भगवान सुपार्श्वनाथ जी की वृहद शांतिधारा करने का सौभाग्य महेंद्र कुमार डब्बू जैन संधी को मिला। इस दौरान सुपार्श्वनाथ अनुष्ठान में सानतकुमार इंद्र सूरजमल विमल कुमार पदमचंद चंद्र प्रकाश जैन पाटनी जौंला परिवार को बनने का सौभाग्य मिला। सोधर्म इन्द्र पुनीत संधी खुश्बू जैन, एवं यज्ञनायक बनने का सौभाग्य सूरजमल नवरत्न टोंग्या को मोका मिला। इसी तरह धनपति कुबेर इंद्र सोभागमल जैन सेदरिया को एवं माहेन्द्र इंद्र पदमचंद टोंग्या को बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जौंला ने बताया कि विधान में गायिका भावना जैन जबलपुर के मधुर भजनों पर विधान की पूजा अर्चना की गई जिसमें श्रद्धालुओं ने मण्डल जी पर 132 श्री फल अर्ध्य चढ़ाकर पूजा अर्चना की। जौंला ने बताया कि विधान कार्यक्रम के पश्चात सुपार्श्वनाथ जी की मुख्य वेदी में प्रथम छत्र लगाने का सौभाग्य सुरेश सांवलिया को एवं मंदिर शिखर पर ध्वजा राजेश कुमार नरेश कुमार पाटनी को एवं वेदी में नवीन सिंहासन लगाने का सौभाग्य हेमचंद हर्षित कुमार संधी को मिला। इस दौरान कार्यक्रम में अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर महावीर प्रसाद छाबड़ा शंभु कठमाणा मनन दत्तवास वीरेंद्र जैन मूलचंद पांडया आशा लटुरिया संजू जौंला शकुंतला छाबड़ा अर्चना नानेर राजेश सांवलिया अनिता गोयल मीनाक्षी सांवलिया सहित कई इन्द्र इन्द्राणी मौजूद थे।