आगरा। 16 नवंबर को आगरा के प्रतापपुर चौराहा स्थित द रमाना ग्राण्ड में सप्तम पट्टाचार्य श्री ज्ञेयसागर जी महाराज के आशीर्वाद से गणिनी आर्यिका श्री आर्षमति माताजी ससंघ के सानिध्य एवं ज्ञानार्ष वर्षायोग समिति ओल्ड ईदगाह कॉलोनी के तत्वावधान में भव्य पिंछिका परिवर्तन सानिध्य एव चातुर्मास निष्ठापना समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ आर्यिका संघ के सानिध्य में भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ तत्पश्वात बाहर से पधारे सौभाग्यशाली गुरुभक्तों ने समाधिस्थ आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रजव्वलन किया| इसके साथ ही समस्त महिला मंडलों एव बालिका मंडलों द्वारा भक्ति गीत पर बहुत सुंदर नृत्य कर मंगलाचरण की प्रस्तुति दी। साथ ही फिरोजाबाद से पधारे संगीतकार शैंकी जैन के मधुर भजनों पर भी नृत्य प्रस्तुत किया| इस अवसर पर आयोजन समिति ने बाहर से पधारे सभी भक्तों का तिलक एवं दुपट्टा पहनाकर स्वागत सम्मान किया। इस दौरान गुरुमां संघ के सानिध्य में राहुल विहार जैन मंदिर में 19 नवंबर से 26 नवंबर तक होने वाले श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ की पत्रिका का विमोचन आचार्य विद्यासागर नवयुवक मंडल द्वारा किया गया। इसके बाद गुरूभक्तों ने गुरुमा का पाद प्रक्षालन एवं शास्त्र भेंट किए। समारोह के मध्य में गणिनी आर्यिका श्री आर्षमति माता जी ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए भक्तों से कहा कि साधन से नहीं साधना से ही मुक्ति मिल सकती है। संयम का प्रतीक है पिच्छी और पिच्छी साधु के संयम का उपकरण है। इसके पांच गुण होते हैं। साधु हमेशा अपने पास पिच्छी रखते हैं। संयम में सहायक होती है। पिच्छी आचरण- संयम में परिवर्तन का बोध कराती है| इसके बाद सौभाग्य शाली गुरूभक्तों ने आर्यिकासंघ को नवीन पिच्छी भेंटकर मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम के समापन पर गुरुमां संघ का मंगल विहार द रमाना ग्राण्ड से राहुल विहार जैन मंदिर के लिए हो गया। कार्यक्रम का संचालन पुनीत जैन एवं पंडित शशिकांत जैन शास्त्री द्वारा किया गया। कार्यक्रम की व्यवस्था ज्ञानार्ष महिला मंडल द्वारा संभाली गई। इस अवसर पर रूपेश जैन चांदी वाले, विकास कुमार जैन, राजकुमार जैन, अतुल कुमार जैन विवेक जैन, अनिल जैन, राजेश जैन आशीष जैन, दीपा जैन,पायल जैन, रानीका जैन, समग्र ओल्ड ईदगाह कॉलोनी जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।
रिपोर्ट: मीडिया प्रभारी शुभम जैन