इंजिनियर अरुण कुमार जैन
विजय पर्व हम आज मनाएं,
विजय पर्व सब साथ मनाएं.
काम, क्रोध पर विजय करें हम,
लोभ, मोह पर विजय करें हम,
विजय करें कुत्सित चिंतन पर,
ईषर्या, भय, हिंसा, कृतयों पर,
मन में साहस, संयम लाएं.
विजय पर्व हम आज मनाएं..
परोपकार, अनुराग, सलिल हो,
सेवा, करुणा, शीतल मन हो,
सहयोगी हों प्राणी मात्र को,
इस धरती को स्वर्ग बनाएं.
नैतिकता के राम, लखन हों,
ममता, नेह की सीता माता,
सेवा के हनुमान सखे संग,
अहं के रावण शमन कराएं.
विजय पर्व हम आज मनाएं.
विजय पर्व सब साथ मनाएं.