जयपुर। श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर समिति मीरा मार्ग जयपुर के तत्वावधान में चल रहे सर्वतोभद्र विधान के आज चतुर्थ दिन में 14 पूजाएं संपन्न हुई। इस विधान में 8 दिन में 85 पूजाएं संपन्न होगी। आचार्य वसुनंदी महाराज के तीन परम प्रभावक शिष्यों में से मुनि श्री जिनानंद जी महाराज ने प्रवचन में बताया कि एक सामान्य मनुष्य का तन,मन, धन, यौवन, शक्ति तब तक व्यर्थ है जब तक इसका सदुपयोग धर्म के काम में ना हो। गन्ने का वह हिस्सा जिसमें रस नही निकलता है परंतु जमीन में गाड़ने पर नयी पौध तैयार हो जाती है।