भीलवाड़ा। तप त्याग से मनाया गया साध्वी प्रितीसुधा का जन्मदिवस। सोमवार को अहिंसा भवन शास्त्री नगर चातुर्मासार्थ विराजमान प्रखंर वक्ता डॉ.प्रितीसुधा का जन्मदिवस महासती उमराव कंवर,साध्वी मधुसुधा,नव दीक्षिता संयम सुधा के सानिध्य मे श्रध्दांलूओ ने सामायिक दया और एकासन व्रत के जन्म दिन मनाया इसदौरान साध्वी प्रितीसुधा ने सभी श्रध्दांलूओ को आर्शीवाद और मंगल पाठ देतें हुए कहा कि जन्मदिवस मनाना उसी का सार्थक होता है जो जिनशासन की प्रभावना करते हुए संघ व समाज के लिए समर्पित होता है। और समाज के गौरव को बढ़ाने के साथ असहाय पीड़ित मानवता की सेवा के लिए कार्य करने चाहिए तभी जन्मोत्सव मनाना सार्थक होगा। इस संसार मे सुर दुलर्भ भव प्राप्त करने के बावजूद मनुष्य जीवन मे कुछ नहीं कर पाता है तो वह जीवन को पवित्र और अपनी आत्मा को उज्जवल नहीं बना सकता है। मानव बनकर भी किसी मानव के काम नहीं आप आए तो उसका दुनिया में जन्म लेना निरर्थक और व्यर्थ है। इसदौरान अहिंसा भवन शास्त्री नगर श्रीसंघ अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह बाबेल, अशोक पोखरना,हेमंत आंचलिया,रिखबचंद पीपाड़ा,संदीप छाजेड़,अमरसिंह संचेती,अमरसिंह बाबेल आदि की उपस्थिति मे चंदनबाला महिला मण्डल की अध्यक्षा नीता बाबेल,संजूलता बाबेल, मंजू पोखरना,उमा आंचलिया,रजनी सिंघवी,मंजू बापना,सुनीता झामड़, सुशीला छाजेड़,वनिता बाबेल,सरोज मेहता,वंदना लोढ़ा,कमला चौधरी, कैलाश चौधरी आदि ने साध्वी प्रितीसुधा को आदर की चादर ओढ़कर उनके मंगलमय स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की कामना करतें हुए संयम जीवन गुरू गुरूणी के यश किर्ती बढ़ाने प्रभु वीर से प्रार्थना की गई। प्रवक्ता निलिष्का जैन बताया इसदौरान जन्म दिवस एवं साध्वी संयम सुधा के 31 उपवास पर महिला मंडल द्वारा चौबीसी कार्यक्रम रखा गया जिसमे सैकड़ो बहनों ने तप की अनूमोदना करते हुए तपस्या के मंगल गीत गाए गये जन्मोत्सव कार्यक्रम पर गौतम प्रसादी के लाभार्थी संजूलता- लक्ष्मण सिंह बाबेल का श्रीसंघ के पदाधिकारियों ने बहुमान किया गया।
प्रवक्ता निलिष्का जैन