वन्यजीव संरक्षण में पशु चिकित्सकों की अहम भूमिका: मनीष सक्सेना
जयपुर। 69 वे वर्ल्ड वन्यजीव सप्ताह के अवसर पर प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण के लिए कार्यरत वर्ल्ड संगठन, वन विभाग राजस्थान सरकार, भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड तथा वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में जयपुर स्थित हाथी गांव में पशुचिकित्सकों के लिए विशेष तकनीकी एवं शैक्षणिक वन्यजीव संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वन्य जीव संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम में जयपुर स्थित अपोलो कॉलेज आफ वेटरिनरी मेडिसिन, स्नातकोत्तर पशु चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान तथा गुजरात स्थित नवसारी वेटरनरी कॉलेज के 90 से अधिक पशु चिकित्सकों तथा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में वन्यजीव विशेषज्ञ तथा वर्ल्ड संगठन के निर्देशक मनीष सक्सेना ने वन्यजीव संरक्षण तथा डॉल्फिन सहित सहयोगी जलीय प्रजातियों के संरक्षण के संबंध में प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की l मनीष सक्सेना ने वन्यजीव चिकित्सा के क्षेत्र में पशुचिकित्सकों के देश विदेश में बढ़ते नौकरियों के अवसर, योगदान तथा वन्यजीव संरक्षण में पशु चिकित्सकों की अहम भूमिका के बारे में बतलाया। कार्यक्रम के दौरान एक संवादात्मक सत्र का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय वन सेवा के अधिकारी तथा उपवन संरक्षक वन्यजीव जयपुर चिड़ियाघर संग्राम सिंह कटियार ने पशुचिकित्सकों को संबोधित करते हुए प्रतिभागी पशुचिकित्सकों की विभिन्न जिज्ञासाओं एवं प्रश्नो के उत्तर दिए तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। कार्यक्रम का संचालन वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की प्रतिनिधि वैष्णवी एम सक्सेना ने करते हुए प्रतिभागियों को वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के उद्देश्य, कार्य प्रणाली एवं देशभर में वन्यजीव संबंधित संगठित अपराध को रोकने में योगदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में वर्ल्ड संगठन की उपनिदेशक नम्रता, शिशिर सिन्हा, देवांश सैनी, डॉ बृजेश कुमार तथा डॉ सुरेंद्र कुमार कोली ने हिस्सा लिया।
रिपोर्ट: मनोज सिंह कार्यक्रम अधिकारी