धूलियान/पश्चिम बंगाल। 24 सितंबर को सुबह अभिषेक, तत्वार्थसुत्र का पाठ व शांतिधारा के पश्चात आर्यिका विन्ध्य श्री माताजी ससंघ के द्वारा दशलक्षण पर्व के 6वां दिन उत्तम संयम धर्म का सार समझाया गया गुरुमां ने कहा ‘संयम मनोरंजन का विषय नहीं, आत्मरंजन का विषय है। संयम प्रसाद से नही प्रयास से मिलता है,’ धुप दशमी के बाद दशलक्षण का पुजा धूमधाम के साथ किया गया तथा सायः को प्रतिक्रमण, महा आरती प्रवचन व धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
संजय कुमार जैन बड़जात्या धुलियान मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल