चौमूं, जयपुर। शहर में चंद्रप्रभु शांतिनाथ पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर जी में जैन समाज द्वारा दस लक्षण महापर्व के तृतीय दिवस पर प्रातः कालीन अभिषेक शांति धारा एवं आजव धर्म की पूजन की गई। जैन समाज प्रवक्ता पंकज बडजात्या ने बताया कि आज भगवान के प्रथम अभिषेक एवं शांति धारा करने का सौभाग्य श्रीमान नेमीचंद पीयूष कुमार जैन को प्राप्त हुआ। जैन समाज अध्यक्ष राजेंद्र जैन ने बताया कि कथनी और करनी में भेद करने वाला न स्वयं तिर पाता है बल्कि अपने साथ चलने वालों को भी डूबने के कगार पर ला देता है इसीलिए कपटी की मित्रता से सदा दूर रहो आजव धर्म अपना लो तभी अपना कल्याण कर सकते हो। क्योंकि छल को छल हि खत्म कर सकता है इसीलिए अच्छी संगत में रहोगे तो अच्छे ही गुण आएंगे। संयोजक नितेश पहाड़िया आयोजक हिरालाल सुनिल जैन के सानिध्य में सायकाल महा आरती णमोकार भजन सांस्कृतिक कार्यक्रम कौन कितने पानी में संपन्न हुए। पार्सल गेम के विजेताओं को संयोजक आयोजक द्वारा पुरस्कार वितरण किए गए। विजेताओं में दिव्यम अरन्जय रेणु देवी निशा कासलीवाल विजेता रही। इन सभी कार्यक्रमों के दौरान जैन समाज के पूर्व उपाध्यक्ष निहालचंद जैन सुरेंद्र काला पारस कासलीवाल शुभम चौधरी मुकेश चौधरी दिनेश छाबड़ा महामंत्री राजेंद्र पाटनी चंदा देवी सुनीता चौधरी प्रभादेवी शशि देवी इत्यादि श्रावक मौजूद थे।