फागी। कस्बे में पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पावन चातुर्मास 2023 के अन्तर्गत आर्यिका श्रुतमति माताजी, आर्यिका सुबोध मति माताजी स संघ धर्म की भव्य प्रभावना बढ़ा रही है, जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा अवगत कराया कि प्रातः श्री जी का अभिषेक,शांतिधारा, अष्टद्वव्यों से पूजा के बाद दसलक्षण महामहोत्सव के अन्तर्गत आर्यिका संघ के पावन सानिध्य में चल रहे 10 दिवसीय सहस्त्रनाम जिन शासन विधान में 100 अर्घ्य चढ़ाये गए तथा दशलक्षण विधान के 16 अर्घ्य चढ़ाये गये । कार्यक्रम में रामस्वरूप, शिखर चंद,राजेंद्र कुमार, जीतू जैन मोदी परिवार जनों ने बोली के माध्यम से उक्त विधान का पुण्यार्जन प्राप्त किया। गोधा ने अवगत कराया उक्त विधान स्थानीय भैया मनीष गोधा लदाना के दिशा निर्देश में विभिन्न मंत्रोंचरणों के बीच सम्पन्न हुआ जिसमें श्री फलों से सौ अर्घ्य चढ़ाए उक्त विधान में 51पूज्यार्थी पूजा अर्चना कर पुण्यार्जन प्राप्त कर रहे हैं।दोपहर में आर्यिका संघ के सानिध्य में लगातार धार्मिक श्रृंखला में जिनवाणी पूजन, तत्वार्थ सूत्र के तीसरे अध्याय का वाचन किया गया बाद में आर्यिका सुबोधमति माताजी ने अपने मंगलमय उद्बोधन में श्रावकों को उत्तम आर्जव धर्म के बारे में बताया गया कि आर्जव का अर्थ है ऋजुता सरलता होना, मायाचारी से दूर रहना, मन वचन काय को छल प्रपंच से बचाना,सीधा सच्च और अच्छा सोचना, बोलना और करना न्याय नीति से धन अर्जन करना, कुटिलता से बचना और ईमानदारी से कर्तव्यों का पालन करना ही उत्तम आर्जव धर्म है।इसी क्रम में कस्बे के मुनि सुव्रतनाथ जिनालय में भी उक्त धर्म की पूजा अर्चना की गई जिसमें समाजसेवी मोहनलाल झंडा, कपूर चंद नला,कैलाश कासलीवाल, रामस्वरूप मोदी,महावीर बजाज, रमेश बजाज, राजेंद्र मोदी,हरकचंद झंडा, सौभागमाल सिंघल, भागचंद कासलीवाल, महेंद्र कासलीवाल, महावीर मोदी, मुकेश गिंदोडी,विनोद झंडा, कमल झंडा, कमलेश झंडा, जीतू कासलीवाल, कमलेश चौधरी तथा राजाबाबू गोधा सहित सभी श्रावक श्राविकाएं मौजूद थे ।