मोक्ष प्राप्त करने का श्रेष्ठ मर्व: सामयिक- साध्वी श्री सोमयशा जी
सूरत। अखिल भारतीय तेरापंथ युवा परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद बारडोली द्वारा जैनियों के प्रमुख पर्व पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन किया गया। आचार्य महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वीश्री सोमयशा जी आदि ठाणा-4 के मार्गदर्शन में लगभग 275 सामयिक का आयोजन हुआ। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयेश मेहता एवं परिषद के अध्यक्ष संजय बडोला की अध्यक्षता में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की सभी 358 शाखाएँ प्रतिवर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान देशभर में अभिनव सामायिक का आयोजन करती हैं।
साध्वीश्री प्रदीप प्रभाजी ने अभिनव सामयिक प्रयोग कराते हुए कहा कि जैन धर्म में सामयिक का विशेष महत्व माना जाता है। साध्वी श्री सरल यशाजी ने कहा कि सामायिक को समता के अध्ययन और आत्मा की शुद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है। सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सभी सांसारिक गतिविधियों को त्याग देता है और खुद को आध्यात्मिक अभ्यास में लीन कर देता है। मंत्री राहुल सामरा ने कहा कि तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमणजी के निर्देशानुसार हमारा संगठन समाज में आध्यात्मिक विकास के लिए समय-समय पर ऐसे कार्य करता रहेगा।