जयपुर। परम पूज्य वात्सल्य रत्नाकर आचार्य श्री 108 विमल सागर जी महाराज के अंतिम दीक्षित शिष्य उपाध्यक्ष 108 श्री उर्जयंत सागर जी मुनिराज की प्रेरणा एवं सानिध्य में आज वैशाख कृष्णा चतुर्थी दिनांक 17 अप्रैल 2025 को 44 दिवसीय कल्याण मंदिर विधान महानुष्ठान महानुष्ठान के तीसवें दिवस सर्वविघ्नोंपद्रव विनाशक, सर्व रोग शोक संकट हराए, सर्व तुष्टि पुष्टि कराए, सर्व आदि व्याधि दोष ग्रह निवारक कल्याण मंदिर विधान पुजा भक्ति भाव से नाचते गाते आनन्द पुर्वक सम्पन्न हुई।
मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कमल दीवान ने बताया कि आज के विधान के मुख्य पुण्यार्जक चिरंजीलाल संतोष कुमार, श्रीमती मनीता छाबड़ा परिवार, बालचंद, श्रीमती मुन्ना देवी दीवान परिवार विवेक विहार जयपुर एवं श्री तीनों नसियां महिला मंडल, जयपुर रहे। विधान की क्रियाएं पंडित पारस सौगाणी ने करवाई। आज विधान पूजा में श्रीमती अनिता जैन पार्षद जयपुर नगर निगम हैरिटेज भी सम्मिलित हुई।
इस अवसर पर परम पूज्य उपाध्याय श्री ने अपने प्रवचनों में कल्याण मंदिर विधान कि महिमा से अवगत करवाया।
विधान में कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक रुपेन्द्र (अशोक) छाबड़ा व संयोजक अनन्त कासलीवाल ने आगंतुकों का तिलक लगा माला पहनाकर सम्मान किया।
मंदिर प्रबंध समिति के मंत्री संजय गोधा ने बताया कि कल बतीसवें दिवस दिनांक 18 अप्रैल 2025 को विधान के मुख्य पुण्यार्जक सुरेंद्र, विनोद बिलाला परिवार, अशोक कुमार जैन निमेडा वाले परिवार एवं दौलत पापडीवाल परिवार सी-स्कीम, जयपुर रहेगें।
44 दिवसीय कल्याण मंदिर विधान महानुष्ठान में इकतीसवें दिवस दिन भक्ति भाव से हुई पूजा अर्चना
