रमेश भार्गव/ऐलनाबाद। शहर के ममेरां रोड बाईपास स्थित नचिकेतन पब्लिक स्कूल के भव्य ऑडिटोरियम में वार्षिक शीतकालीन महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में रिषी शर्मा, खण्ड मौलिक शिक्षा अधिकारी, ऐलनाबाद व विशिष्ट अतिथि के रूप में राजेन्द्र गोदारा, रिटायर्ड प्रिंसिपल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, चैयरमैन राजेन्द्र सिंह सिद्धु, सचिव छबील दास सुथार ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि रिषी शर्मा, विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र गोदारा, विद्यालय चैयरमैन राजेन्द्र सिंह सिद्धु, सचिव छबील दास सुथार, निदेशक रणजीत सिंह सिद्ध, प्रशासक अशोक कुमार मोहराना, प्रबंधन समिति के सदस्य मनिन्द्र सिंह सिद्धु, परमिन्द्र सिंह सिद्धु, कपिल सुथार तथा पत्रकार जगतार शर्मा, विनोद विक्टर व एल.डी. स्वामी ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के आरंम्भ में विद्यालय की सा रे गा मा टीम ने अपने स्वागत गान से आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। विद्यालय निदेशक रणजीत सिंह सिद्धु द्वारा दिए गए संबोधन में उन्होंने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया। उन्होंने बच्चों और अभिभावकों से इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य भी सांझा किया। उन्होंने बच्चों के स्वर्णिम भविष्य को लेकर विद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई। कार्यक्रम की प्रथम प्रस्तुति नर्सरी-ए के बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई ‘‘जिंगल बेलस्’’ थी जो बड़ी मनमोहक थी। नर्सरी-बी के बच्चों द्वारा पापा तो बैण्ड बजाए ने दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरी। कक्षा के.जी.-बी के बच्चों द्वारा आज की पार्टी मेरी तरफ से ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। के.जी.-ए के बच्चों द्वारा कवाली ‘आनारकली डिस्को चली’ की प्रस्तुति ने खुब तालियां बटोरी। कक्षा प्रथम-ए के बच्चों द्वारा प्रस्तुत करने वाली प्रस्तुति ‘‘जिसके सिर ऊपर तूं स्वामी’’ ने दर्शकों को भावुक कर दिया। प्रथम-सी के बच्चों द्वारा प्रस्तुत मैं निकला गडी ले के तथा प्रथम-बी द्वारा प्रस्तुत ‘‘मस्त पंजाबी’’ ने उपस्थित सभी जनों को मोहित कर दिया। कक्षा दूसरी-ए की प्रस्तुति अरबी डांस व दूसरी-बी की प्रस्तुति हाॅरर डांस ने तो उपस्थित दर्शकों के रोंगटे खड़े कर दिए। इसके साथ कक्षा ग्याहरवीं के छात्रों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। संस्कृति कार्यक्रम के साथ-साथ कक्षा नर्सरी से दूसरी में विभिन्न क्रियाकलापों में विजेता रहे बच्चों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन करते हुए अध्यापिका अनुमेहा ने अपनी जिम्मेवारी बखूबी निभाई तथा कार्यक्रम के समय को अपने शब्दों से बांधे रखा।