जयपुर। वैदिक भारत संस्थान द्वारा सनातन धर्म की संस्कृति और वेद भाषा संस्कृत को सजोये रखने हेतु “ पढ़ेगा सनातन बढ़ेगा सनातन ” की विचार धारा को लेकर पण्डित दीनदयाल उपाध्यक्ष की पावन जन्म स्थली पर धर्म प्रचारक कुमार गिरिराज शरण दास जी की प्रेरणा से जयपुर में बनाया जायेगा। रसिक गुरुकुल आश्रम संस्थान के अध्यक्ष त्रिलोक काबरा ओर लोकेश मूलचंदानी ने बताया सनातनी बच्चों को वेद पुराणों एवं धर्म की शिक्षा निशुल्क दी जायेगी। जिसमे उपासना ग्रह सत्संग प्रांगण क्रीड़ा स्थल सहित बच्चों के रहने हेतु कमरों की व्यवस्था की जायेगी एवं वर्तमान में राज्य के सभी जिलों में वैदिक लाइब्रेरी बनाने का प्रावधान है।