कर्म किसी को भी नहींं बख्शते है: महासाध्वी प्रितीसुधा
भीलवाड़ा। कर्म किसी को भी नहींं बख्शते है।भोगने पर ही प्राणी कर्मो से छुटकारा प्राप्त कर सकता है। शुक्रवार चितौड़ रोड़ के समीप सज्जन विलास में प्रखंर वक्ता डॉ.प्रिती सुधा ने घंटाकर्ण महावीर के महाजाप के दौरान श्रध्दालूओं को सम्बोधित करतें हुए कहा कि कर्मफल भोगने से स्वंय भगवान नहींं बच सके तो हमारे जैसे संसारिक मनुष्य की क्या बिसात है जो वह कर्मो के फल से बच जाऐगा। कर्मो का फल तो सब को भोगना ही पड़ेगा है,चाहे इस जन्म में भोगे या अगले जन्म में,भोगें बिना संसार से छुटकारा हमें नहीं मिलने वाला है। दुनिया मे अब तक ऐसा को प्राणी पैदा नहीं हुआ है जिसने कर्म से बचकर संसार से मुक्ति पाई हो। बिना भुगतान किये कर्म हमारा पीछा नहीं छोड़ेगे चाहे हंसकर भुगते या रोकर कर्म किसी भी हालत मे नहीं बख्शते वाले है। जब हम अशुभ कर्म करते उस वक्त यह सोचते है कि कौई भी हमें नहीं देख रहा है लेकिन कर्मो के एक नहीं असंख्य आंखे होती है हम लाख जतन करले पर कर्म को छिपाऐ नहींं छिपा पाऐगे। भुगतान किऐ बिना हमारी आत्मा को संस्कार से मुक्ति मिलने वाली नहींं है। अच्छे कर्म करके पर ही हम कर्मो की निर्जरा कर पाएंगे। साध्वी सयंम सुधा ने भजन के माध्यम से भाव व्यक्त कियें। इसदौरान बाबेल परिवार के महावीर,ललित,साहिल विकास,सिद्धार्थ संगीता,नीता,साक्षी,निमिशा आदि बाबेल परिवार के सदस्यों ने श्री शांति भवन के अध्यक्ष महेन्द्र छाजेड़, अहिंसा भवन के मुख्य मार्गदर्शक अशोक पोखरना,नवरतनमल बम्ब, लक्ष्मणसिंह बाबेल,हेमंत आंचलिया,सुशील चपलोत,प्रवीण कोठारी,श्याम सुंदर सोमानी, मंजू पोखरना, रजनी सिंघवी,सुनीता झामण, संजूलता बाबेल,उमा आंचलिया,वनीता बाबेल आदि सभी की उपस्थिति में महासती उमरावकंवर,महा साध्वी प्रितीसुधा,साध्वी मधुसुधा, तप रत्नेशरी सयंम सुधा आदि को बाबेल परिवार ने आदर की चादर ओढ़ाकार साध्वी मंडल का अभिनन्दन किया गया। इसदौरान बाबेल परिवार एवं अनेक श्रध्दालूओं ने साध्वीयो से 6 महिनों तक रात्रि भोजन नहींं करके प्रत्याखान लिए। निलिष्का जैन बताया शनिवार को साध्वी प्रितीसुधाआदि ठाणा E सेक्टर शास्त्री नगर में लोढ़ा निवास स्थान पर विराजेगे।
संकलन: निलिष्का जैन