पिपलोन, आगर/ मध्य प्रदेश। श्री 1008 अतिशय क्षेत्र पिपलोन जिला आगर में दिनांक 29 नवंबर को नवीन वेदी प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हुआ। राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि कोटा ने जानकारी देते हुवे बताया कि नवीन वेदी पर भगवान की प्रतिमाओं को विराजमान किया गया। चतुर्थ कालीन मनोहरी महावीर भगवान की भव्य अतिशय युक्त प्रतिमा जी यहां विराजमान है। जो भी भक्त श्रद्धा भक्ति और समर्पण के साथ यहां जो आश लेकर आते हैं वह पूर्ण होती है। प्रत्येक अमावस को पूनम को श्रद्धालुओं का शेलाब उमड़ता हैं। मूलनायक भगवान महावीर स्वामी की मनोहारी प्रतिमा को अन्य मंदिरों पर विराजमान करने के लिए जंजीरों से बांधकर क्रेन के माध्यम से ले जाने का प्रयास किया गया लेकिन प्रतिमा जी 1 इंच भी नहीं मिली आज भी जंजीरों के निशान प्रतिमा पर अंकित है। यही आपकी प्राचीनता ऐतिहासिकता प्रामाणिकता और पुरातत्व का दिग्दर्शन है। पिपलोन में एक ही जैन परिवार है। मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रदीप जैन बाकलीवाल विशेष सहयोगी महेंद्र जैन बाकलीवाल ने बताया कि पिपलोन जी में 27/11 से 29/11 तक चले नवीन वेदी प्रतिष्ठा महाअनुष्ठान में आज दिनांक 29 नवंबर को श्री शांतिनाथ जिनबिम्ब व श्री चंन्द्र प्रभु भगवान को सम्पूर्ण विधि विधान के साथ नवीन वेदिका जी में उच्चासन पर विराजमान किया गया। चर्या शिरोमणि परम पूज्य आचार्य 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के शिष्य परम् पूज्य श्रमण रत्न 108 सुप्रभसागर जी एवं प्रणतसागर जी महाराज के ससंघ पावन सानिध्य में चल रहे एतिहासिक आयोजन में पूज्य मुनि श्री ने कहा कि “पुण्यात्मा की सम्पत्ति ही पुण्य कार्य में लगती है। आज पूज्य श्री के समक्ष अतिशय क्षेत्र पिपलोन ट्रस्ट कमेटी ने संत वसतिका एवं अतिथि भवन धर्मशाला को बनाने का संकल्प किया। प्रतिष्ठाचार्य अखिलेश शास्त्री रमगढा़ शाहगढ़ जि-सागर के मार्गदर्शन में सम्पूर्ण विधि के साथ तीन दिवसीय आयोजन सानंद सम्पन्न हुआ। संगीत की सु मधुर ध्वनियों में इंद्र इंद्राणियो को अंश जैन एंड पार्टी ने खूब भक्ति रस में डुबोया। इस अवसर पर मंदिर समिति के विशेष सहयोगी महेंद्र जैन सचिव सुनील जैन उपाध्यक्ष दिनेश जैन गोधा सदस्य जिनेद्र जैन उपस्थिति थे।