बच्चों में सनातन और सम्प्रदाय के संस्कार डालें: श्रीजी महाराज
जयपुर। निंबार्क जयंती महोत्सव के उपलक्ष में गुरुवार को छोटी काशी जयपुर में जगतगुरु श्री श्रीजी महाराज के सानिध्य में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभा यात्रा में प्रदेश और देश की अनेक महत्वपूर्ण पीठों और मंदिरों के संत और महंतों के अलावा बड़ी संख्या में निम्बार्क वैष्णव जन सम्मलित हुए। शोभायात्रा चादनी चौक स्थित श्री आनन्द कृष्ण बिहारी जी के मन्दिर से रवाना होकर जयपुर के मुख्य मार्ग त्रिपोलिया बाजार, जौंहरी बाजार, बापू बाजार, चौड़ा रास्ता होते हुए वापस श्री आनन्द कृष्ण बिहारी जी के मन्दिर पहुंच कर सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में बैंड बाजा और हाथी- घोड़े के लवाजमे के साथ बग्घी में विराजमान श्रीजी महाराज और संत वृंदों का अनेक स्थानों पर श्रद्धालुओं ने पुष्प बरसा कर स्वागत किया। शोभायात्रा में अनेक स्थानों पर श्रद्धालुओं ने स्वागत द्वार बनाए, अनेक जगह श्रद्धालुओं ने श्रीजी महाराज की पूजा- अर्चना की। संपूर्ण शोभायात्रा में भक्तजन सुमधुर भक्ति संगीत के साथ नाचते- गाते और बजाते हुए भाव विभोर होकर चले। तत्पश्चात पूज्य श्री श्रीजी महाराज ने मंदिर में आयोजित धर्म सभा में अपने आशीर्वचन में वैष्णव जनों से छोटे बच्चों से लेकर युवा वर्ग में सनातन और संप्रदाय की रीति नीति के संस्कार डालने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से हम सृष्टि के सबसे बड़े वैष्णव संप्रदाय में जुड़े हुए हैं। ऐसे में हमारा कर्तव्य बनता है कि नई पीढ़ी को संस्कारी बनाएं। इसके लिए उसे नित्य कर्म और संध्या वंदन के साथ ठाकुर सेवा से जोड़ने की सीख दी जाए। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने श्री श्रीजी महाराज और संत वृंदों की चरण वन्दना की। कार्यक्रम के अंत में बड़ी संख्या में भक्त जनों ने मंदिर परिसर में पंगत प्रसादी पाई।