बहुत साधारण सा जबाब है। रात को अपना ब्ल्ड शुगर नापिये और अगर यह १६०-१७० भी आ रहा है तो दवा लेने की (हायपोग्लायसीमिक) आपको आवश्यकता नहीं है क्यूं कि यह सुबह तक स्वत: ही १४० तक आ जायेगा। लेकिन अगर यह लेवल २०० या २२० से ऊपर है तो आप आधी डोज ले सकते हैं लेकिन रात को हायपोग्लायसीमिया के लक्षणों के प्रति सावधान रहें।
एक बात और- कई बार रात को भूखे सोने के बाद भी सुबह का लेवल अधिक आ सकता है। कारण यह है कि नैसर्गिक रूप से स्टेरोइड हारमोन्स का लेवल अल सुबह बढ्ता है जो शुगर लेवल को बढाता है (इसीलिये फ़ास्टिंग लेवल काबू करने में कठिनाई होती है)। यह हार्मोन “स्ट्रैस हार्मोन” के रूप में भी जाना जाता है अर्थात शरीर पर स्ट्रेस होने पर इसका स्त्राव अधिक होता है और शक्कर भी अधिक बनती है (उपवासों में यही हार्मोन महिला और पुरुषों को ऊर्जा प्रदान करता है)। अब अगर आप भूखे सोते हैं तो शरीर पर स्ट्रैस बढता है और इस हार्मोन की मात्रा और अधिक निकलती है जो भूखे रहने के बावजूद आपकी रक्त शर्करा को बढा सकती है। अत: एक डायबिटिक को सदा ही भोजन अनुशासन का खयाल रखना अनिवार्य है।
डाॅ. पीयूष त्रिवेदी
आयुर्वेद चिकित्सा प्रभारी, राजस्थान विधान सभा जयपुर।