आगरा। शमशाबाद रोड स्थित राहुल विहार के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में गणिनी आर्यिका श्री आर्षमति माताजी ससंघ के मंगल सानिध्य में श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। भक्तों ने विधान के दूसरे दिन मंगलवार का शुभारंभ श्रीजी का अभिषेक एवं वृहद शांतिधारा,भक्तामर पूजन के साथ किया। इसके बाद विधानचार्य शशिकांत जैन शास्त्री एवं प्रतिष्ठाचार्य वीरेंद्र कुमार जैन शास्त्री के कुशल निर्देशन में सभी इंद्र-इंद्राणियों ने मंत्रोच्चारण के साथ श्रीजी के समक्ष मंडप पर सिद्धों के गुणों का गुणगान कर आठ अर्घ्य समर्पित किए। विधान में मौजूद सभी भक्तों ने हाथों में चंबर लेकर श्रीजी के प्रति बहुत सुंदर नृत्य किया। विधान के मध्य में गुरुमां ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए भक्तों से कहा कि संसार में जन्म लेना ही पाप कर्म का फल है लेकिन इसी संसार में धर्म-ध्यान कर संसार का त्याग कर मोक्ष पद को प्राप्त किया जा सकता हैं। संसार की हर क्रिया के साथ धर्म को जोड़े रखने वाला ही पुण्य का संचय करता है। जिस घर के चौके में मुनि के लिए आहार बनता हो, उस घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती। मुनि को भेदभाव के साथ आहारदान देने वाला अगले भव में भिखारी बनता है। स्वयं की क्रिया को देखकर अपनी अशुभ क्रिया को सुधारने वाला ही सच्चा श्रावक है और जो दूसरों की गलती को देखता है, वह श्रावक कहने के योग्य नहीं है। हर इंसान अपने पाप पुण्य के कारण सुख और दुख का अनुभव करता है। अगर किसी मुनि के पाप कर्म का उदय आ जाएं तो प्रत्येक श्रावक का कर्तव्य है कि वह उनके चारित्र और चर्चा को स्थिर रखने में सहयोग करे, तभी वह श्रावक संसार के दुखों से बच सकता है। साय:7:00 बजे श्रीजी संगीतमयी भव्य मंगल आरती की गई। रात:8:30 बजे नाटयकर बाहुबली एंड पार्टी ललितपुर के कलाकारों द्वारा बहुत सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी| इस कार्यक्रम में रोहित जैन अतिशय जैन,प्रिंस जैन,अतुल जैन, योगेश जैन,पवन कुमार जैन लोकचंद जैन, दीपचंद जैन,सतीश चंद जैन संजय कुमार जैन,ताराचंद जैन,समस्त राहुल विहार जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
रिपोर्ट: शुभम जैन, आगरा