पंचकल्याणक महोत्सव में भारत के कई नगरों के लोग होंगे शामिल
घाटोल. शाबाश इंडिया। श्री वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर मे परम पूज्य सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी महाराज, मुनि श्री अनंत सागर जी महाराज, मुनि श्री धर्म सागर जी महाराज, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में प्रात:काल की वेला में चातुर्मास में सेवा देने वालो का सम्मान हुआ इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि मानस्तंभ की प्रतिष्ठा होना है ,यह महासौभाग्य है आप लोग तैयार हो जाओ, सभी लोगों को मिलकर यह महोत्सव संपन्न करना है ,मुनि श्री भाव सागर जी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति है सम्मान करने की इसलिए कोई अच्छा कार्य करता है तो सम्मान करना चाहिए,वासुपूज्य भगवान जब नवीन वेदी पर विराजमान होंगे पूरी दुनिया के लोग दर्शन करने आएंगे। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की साधना के कारण पूरी दुनिया में प्रसिद्धि हुई है,पंचकल्याणक महोत्सव अच्छे से संपन्न करना है पूरे भारत से लोग आएंगे और आप सभी को व्यवस्था करना है, यह कार्य किसी एक व्यक्ति का नहीं है सभी को मिलकर के करना है, प्रभु का रथ सभी के घरों के आगे से निकलना चाहिए जिससे बीमार, वृद्ध लोगों को प्रभु के दर्शन हो सके, मांगलिक कार्यों में वस्त्र नए पहनते हैं लेकिन कुछ लोग प्रतिदिन पूजन आदि के कार्यों में कटे फटे वस्त्र पहनते हैं यह अमंगल का प्रतीक है। भगवान के लिए परोपकार गौशाला आदि के लिए जो दान दिया जाता है उसका उपयोग उन्हीं कार्यों में करना चाहिए ,जो दान बोलकर राशि नहीं देते हैं उनको बहुत सी बीमारियां, परेशानियां आती है अजित लालावत ने बताया कि पंचकल्याणक महोत्सव तीर्थंकर वाटिका श्री आदिनाथ मंदिर के सामने प्रतापगढ़ रोड पर 11 से 16 दिसंबर तक संपन्न होगा इसमें पूरे भारत से लोग शामिल होंगे यह कार्यक्रम ब्रह्मचारी प्रदीप, ‘‘सुयश’’ अशोक नगर के निर्देशन में होगा। 18 नवंबर को 15 वर्षो बाद मानस्तंभ की 8 प्रतिमाओं का महामस्तकाभिषेक, शांतिधारा, पूजन प्रात: 6:30 बजे होगी फिर पंचकल्याणक के पात्रों का चयन होगा इस कार्यक्रम में पंचकल्याणक महोत्सव समिति अध्यक्ष धनपाल लालावत, जैन युवा संगठन अध्यक्ष वैभव घटालिया ने सभी का सम्मान किया।
संकलन:
अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी