जैन तीर्थक्षेत्र एवं जैन सन्तों की सुरक्षा: जैन समाज की प्राथमिकत
सांगानेर, जयपुर। दिगम्बर जैन महासमिति सांगानेर संभाग की मीटिंग संभाग अध्यक्ष कैलाशचन्द मलैया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। दीप प्रज्जलन प्रेमचन्द बडजात्या, सुरेन्द्रकुमार झाझरी, अशोककुमार बाकलीवाल, बाबूलाल ईटून्दा ने किया। मंगलाचरण हीरादेवी पाटनी, मधु जैन एवं राखी जैन ने किया। मीटिंग से पूर्व ब्र.अनिलकुमारजी जैन प्राचार्य (श्री दिगम्बर जैन स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय, जयपुर) के द्वारा भक्तामर स्तोत्र के आधार पर शोध परक व्याख्यान दिया गया। मीटिंग में कार्यकारिणी के अलावा समस्त इकाईयों के अध्यक्ष, मंत्री, समस्त विशिष्ट एवं संरक्षण सदस्य भी आमंत्रित थे।
सर्व प्रथम समस्त इकाई अध्यक्ष, मंत्रियों ने अपनी इकाई की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत कीं जिसमें चौमूबाग इकाई से युवा मंत्री इकाई एवं संभाग आशीष पाटनी, प्रतापनगर सेक्टर-3 से अध्यक्ष सुरेन्द्रकुमार झांझरी, सेक्टर -5 से उपाध्यक्ष पवनकुमार जैन निवाई, सेक्टर -8 से मंत्री बाबूलाल ईटूंदा, सेक्टर-17 से मार्गदर्शक एवं संभाग कार्याध्यक्ष डॉ. बी.सी.जैन, श्योपुर से अध्यक्ष राजेश कुमार पाण्डया ने सदस्यता, मीटिंग्स, पाठशाला, दैनिक स्वाध्याय, मासिक णमोकार – भक्तामर जी पाठ, ग्रीष्मकालीन धार्मिक शिक्षण शिविर, दशलक्षण पर्व, जैन यात्रा, दाना-पानी परिण्डा, चातुर्मास, पंचकल्याणक, संभागीय आहार- विहार, संगोष्ठी आदि संचालित गतिविधियां की विस्तृत रिपोर्ट दी। इसके बाद पूर्व पारित प्रस्ताव कार्यों में पवन कुमार जी निवाई ने सिद्धार्थ नगर नवीन गठन इकाई, एवं आजीवन, विशिष्ट एवं संरक्षक सदस्यों की संख्यात्मक प्रगति बताई। युवा मंत्री आशीष पाटनी ने जैन तीर्थ एवं जैन संत हो रहे अतिक्रमण एवं आक्रमण पर भारी चिन्ता व्यक्त की तथा सुरक्षा/संरक्षण करना समाज का पहली प्राथमिकता बताया। बाबूलाल ईटून्दा ने जैन धर्म एवं समाज के अस्तित्व की सुरक्षा, संरक्षण एवं विकास के लिए जैनों का प्रत्येक स्तर पर प्रत्यक्ष राजनीति अति आवश्यक बताया एवं इस चुनाव में जैन उम्मीदवारों को समर्थन करने का आह्वान किया। प्रेमचन्द बडजात्या ने इकाईयों एवं कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने एवं इकाईयों के वित्तीय प्रबंधन की बात की। राखी जैन ने युवा एवं महिलावर्ग को आगे लाने की बात की। मीडिया प्रभारी दीपक गोधा ने जैन सोशल मीडिया को सशक्त करने एवं उपयोग करने की बात की ।
महासमिति ने कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये – युवा एवं महिला प्रकोष्ठ का विस्तार, संभाग स्तरीय कार्यशाला, एवं विगत कार्यों से जुडी इकाईयों, मन्दिर कमेटियों, प्रभारियों, शिक्षकों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन आदि।
इसके बाद आगन्तुक नये विशिष्ट सदस्य एवं संरक्षकों का सम्मान किया गया। अध्यक्षीय उद्बोधन में कैलाशचंद्र मलैया ने तीर्थ एवं संत सुरक्षा के लिए सभी मत एवं मनभेदों को मिटाकर एकजुट होने पर बल दिया। इकाईयों में नियमित धार्मिक एवं सामाजिक गतिविधियां संचालित करते हुए त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट भेजना की बात की। नये सदस्यों के इकाई वार आईडी कार्ड वितरित किये गये। सभी का आभार प्रदर्शन कर शान्तिपाठ के साथ समापन किया गया। संचालन संभाग मंत्री डॉ. अरविन्द कुमार जैन ने किया।